10 संक्रमितों की मौत के साथ आगरा में 251 हुई मृतकों की संख्या

15 अप्रैल से शहर में मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। बीते 13 दिनों में 68 मरीज दम तोड़ चुके हैं। पिछले दो दिन में 21 मौतें हुई हैं। बुधवार को 10 मरीजों की जान चली गई। संक्रमण के हालात इतने भयावह हो गए हैं कि हर दो मिनट में एक नया मरीज मिल रहा है। हर दो से 2:30 घंटे में एक संक्रमित की मौत हो रही है।
आगरा। उत्तर प्रदेश के सभी बड़े शहरों में कोरोना भयंकर रूप से तबाही मचा रहा है। हर जगह संक्रमण के साथ ही मौत का आंकड़ा तेजी से बढ रहा है। इसी क्रम में आगरा में बुधवार को 10 मरीजों की मौत हो गई। 24 घंटे में पहली बार रिकॉर्ड 696 नए मरीज मिले हैं। जिले में संक्रमित मृतकों की संख्या 251 पहुंच गई है।
15 अप्रैल से शहर में मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। बीते 13 दिनों में 68 मरीज दम तोड़ चुके हैं। पिछले दो दिन में 21 मौतें हुई हैं। बुधवार को 10 मरीजों की जान चली गई। संक्रमण के हालात इतने भयावह हो गए हैं कि हर दो मिनट में एक नया मरीज मिल रहा है। हर दो से 2:30 घंटे में एक संक्रमित की मौत हो रही है।
इनकी हुई कोरोना से मौत
जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने बताया कि बुधवार को पांच महिलाओं और पांच पुरुषों की मृत्यु हो गई। सबसे कम उम्र की 31 वर्षीय ट्रांस यमुना निवासी महिला रोगी की मौत हो गई। मृतक को आठ महीने से माहवारी की समस्या थी। संक्रमित होने के बाद सांस लेने में तकलीफ शुरू हो गई। लखावली निवासी 38 वर्षीय महिला, लाजपत कुंज निवासी 66 वर्षीय महिला, 56 वर्षीय राजपुर चुंगी निवासी महिला ने संक्रमित होने के बाद दम तोड़ा है।
सबसे अधिक 70 वर्षीय कमला नगर निवासी बुजुर्ग, हरीपर्वत निवासी 49 वर्षीय संक्रमित, जगदीशपुरा निवासी 40 वर्षीय महिला रोगी, फ्री गंज निवासी 52 वर्षीय व्यक्ति और पुष्पांजलि आशियाना निवासी 50 वर्षीय व्यक्ति की संक्रमण की चपेट में आने से उपचार के दौरान मौत हो गई है।
जिले में एक्टिव केस 4330 हो गए हैं। कुल मरीजों का आंकडा 18840 पहुंच गया है। 7.26 लाख लोगों की जांच हो चुकी है। बुधवार को 690 समेत कुल 14259 मरीज अस्पताल से डिस्चार्ज किए जा चुके हैं।
बाह में दो बहनों समेत 15 संक्रमित मिले
बाह के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बुधवार को कोरोना की जांच के लिए 424 नमूने लिए गए। इसमें रुदमुली गांव की दो बहनों समेत 15 लोग संक्रमित पाए गए। अधीक्षक डॉ. जितेंद्र वर्मा ने बताया कि पॉजीटिव लोगों को होम आइसोलेट कराया गया है।
अंतिम संस्कार के लिए लग रही लाइन
ताजमहल के पास यमुना किनारे बने विद्युत शवदाह गृह पर दिन में अधिक से अधिक चार शवों का अंतिम संस्कार हो सकता है, लेकिन बीते दिनों कोरोना से मौत का आंकड़ा बढ़ा तो यहां 20 से 25 शवों तक के अंतिम संस्कार हुए।
हालात यह रहे कि लोगों को अंतिम संस्कार के लिए चार-चार घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। इसका असर यह रहा कि पहले दो और उसके बाद आज दो और भट्ठियां बंद हो गई हैं। अधिक लोड और 18 घंटे से ज्यादा चलने से ये भट्ठियां खराब हो गईं। यहा तक कि भट्ठियों के गेट तक गल गएं