आंबेडकर नगर और आजमगढ़ में जहरीली शराब पीने से 48 घंटे में 22 लोगों की मौत

टीम भारत दीप |

मखदूमपुर गांव में एक घर से पावर हाउस ब्रांड की शराब की कुछ शीशियां बरामद हुई हैं।
मखदूमपुर गांव में एक घर से पावर हाउस ब्रांड की शराब की कुछ शीशियां बरामद हुई हैं।

ग्रामीणों के मुताबिक मखदूमपुर के ही योगेंद्र चौहान, हरीराम और अजीत की भी शराब पीने से हालत बिगड़ गई। तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसी थाने के चौदहप्राश गांव के रवि और सोहगूपुर के लल्लन सिंह की भी शराब पीने से मौत हो गई। कटका थाने के महंगीपुर गांव में भी जहरीली शराब ने कोहराम मचाया।

आंबेडकर नगर-आजमगढ़। प्रदेश सरकार हर बार जहरीली शराब से मौत होने के बाद सख्त कार्रवाई का संदेश देतीं है। कार्रवाई भी होती है, कुछ लोगों को उठाया जाता है, लेकिन जैसे ही मामला ठंडा होता है। सबकुछ फिर वैसे ही चलने लगता है।

नतीजा महीना दो महीना बाद फिर जहरीली शराब पीने से मौत की खबरों से हड़कंप मच जाता है। फिर कार्रवाई करने का एक तरह का नाटक दोहराया जाता है। ताजा मामला यूपी के आंबेडकर नगर और आजमगढ़ का है। यहां दो दिन में 22 लोगों की शराब पीने से मौत हो गई। 

आजमगढ़ में जहरीली शराब पीने से छह लोगों की 48 घंटे के अंदर मौत हो गई। मृतकों में राजेश सोनी (मित्तूपुर), लालता (सौदमा), मुन्ना व पिंटू (राजेपुर), रिंकू निषाद (बलईपुर) व त्रिभुवन (चकिया गांव) शामिल हैं, जबकि मित्तूपुर गांव के रामशेर व उसरहा गांव (अंबेडकर नगर) के रवि निजी अस्पताल में भर्ती हैं। रवि ने बताया​ कि इन सभी लोगों ने एक दिन पहले शराब ठेकेदार मोती से लेकर शराब पी थी।

इसी तरह जैतपुर थाने (अंबेडकर नगर) के मखदूमपुर गांव के सेवानिवृत्त सूचना अधिकारी राम सुभग चौहान के घर पड़ोसी अमित चौहान, महेश चौहान, जैसराज चौहान और बगल गांव शिवपाल के सोनू चतुर्वेदी ने एक साथ बैठकर शराब पी थी। शाम होते- होते अमित चौहान की भी मौत हो गई, जबकि अन्य की हालत बिगड़ गई।

घर वाले उन्हें लेकर नगपुर सीएचसी पहुंचे, यहां इलाज न हो पाने पर जलालपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। सोमवार को ही सेवानिवृत्त अधिकारी राम सुभग, महेश चौहान, सोनू चतुर्वेदी और मंगलवार को जैसराज चौहान की मौत हो गई। महेश चौहान की आठ मई को ही शादी हुई थी।

ग्रामीणों के मुताबिक मखदूमपुर के ही योगेंद्र चौहान, हरीराम और अजीत की भी शराब पीने से हालत बिगड़ गई। तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसी थाने के चौदहप्राश गांव के रवि और सोहगूपुर के लल्लन सिंह की भी शराब पीने से मौत हो गई। कटका थाने के महंगीपुर गांव में भी जहरीली शराब ने कोहराम मचाया। यहां के श्याम सिंह की मंगलवार को मौत हो गई थी, जबकि इनके भाई राजेश सिंह और संजय सिंह की हालत गंभीर बनी हुई है।

मालीपुर थाने के बैरागल गांव के मखंचू मौर्या के घर से रविवार को अकबरपुर कोतवाली के बूढ़नपुर गांव में बरात गई थी। सोमवार सुबह बरात लौटी। थोड़ी देर बाद सुलतानपुर जनपद के थाना अखंडनगर के रहने वाले मखंचू के रिश्तेदार राम आशीष मौर्य की यहीं मौत हो गई।

चार घंटे के अंतराल में बैरागल के निमेष पाल, मालीपुर गांव के राम आशीष और रुकुनपुर के सुदीप मौर्य की भी मौत हो गई। ये सभी बरात में गए थे और वहां इन सभी के शराब पीने की बात कही जा रही है। इसी थाने के कुलहियापट्टी गांव के शैलेंद्र राजभर और करमिसिरपुर के खैंचू यादव की भी सोमवार को संदिग्धावस्था में मौत हो गई।

जलालपुर कोतवाली के पेठिया गांव के श्यामलाल और मोहम्मद झीनक की सोमवार सुबह मौत हो गई। इन सबके शराब पीने की बात बताई जा रही है।

शराब ठेकेदार गिरफ्तार 

जिलाधिकारी सैमुअल पाल के अनुसार पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने मखदूमपुर और मालीपुर के गांवों में छापेमारी कर ग्रामीणों से जानकारी ली। मखदूमपुर गांव में एक घर से पावर हाउस ब्रांड की शराब की कुछ शीशियां बरामद हुई हैं।

जांच में आजमगढ़ जिले के मित्तूपुर स्थित ठेके से शराब लाने की बात सामने आई है। पुलिस टीम ने मंगलवार सुबह ठेकेदार मोतीलाल को गिरफ्तार कर लिया, जबकि इसेके साझेदार संजय और दुर्गविजय की तलाश की जा रही है।

एसपी बोले पांच मौतें 

जहरीली शराब पीने से अलग-अलग गांवों में हुई मौतों के आंकड़ों को पुलिस सीमित करने में लगी है। एसपी आलोक प्रियदर्शी का दावा है कि सिर्फ जैतपुर थाने के मखदूमपुर गांव में जहरीली शराब पीने का मामला जांच में सही मिला है। यहां कुल पांच लोगों की मौत हुई हैं।

वहीं ग्रामीणों का कहना है कि शादी समारोह और गांव में उसी ठेके से लाई गई शराब पीने के बाद लोगों की मौतें हुईं। इन लोगों को पहले से कोई बीमारी भी नहीं थी। इधर, आजमगढ़ के जिलाधिकारी राजेश कुमार और एसपी सुधीर कुमार सिंह ने भी जहरीली शराब पीने से मौत की घटना से इन्कार किया है।

वीडियो बनाने पर एसपी नाराज

घटना की जानकारी होते ही मौके पर भीड़ जमा हो गई। कुछ मीडियाकर्मी व अन्य लोग मौके की फोटो व वीडियो बनाने लगे। इस पर एसपी सुधीर कुमार सिंह भड़क उठे और कई लोगों का मोबाइल छीन लिया। इसमें दो समाचार पत्रों के स्थानीय प्रतिनिधि भी थे। लोगों को गालियां देते हुए मौके से खदेड़ा गया। एसपी के दुर्व्यवहार से लोगों में खासा आक्रोश देखने को मिला।

इससे पहले यहां मचाई थी तबाही

मालूम हो कि इससे पहले प्रतापगढ, प्रयागराज, चित्रकूट, समेत कई जिलों में अवैध रूप से बनाई गई शराब पीने से दर्जनों लोग मौत के मुंह में समा गए इसके बाद भी प्रदेश के अधिकांश जिले में गांव—गांव अवैध शराब का कारोबार फलफूल रहा है। अभी हाल ही में संपन्न हुए पंचायत चुनाव में बंटने के लिए खूब शराब बनाई और मंगाई थी। अब बची हुई शराब जमकर बेची जा रही है, जिसे पीकर लोग मर रहे है।


संबंधित खबरें