मध्य प्रदेश में 26 वर्षीय डॉक्टर की कोरोना संक्रमण से मौत, दोनों फेफड़े 90% से ज्यादा हो गए थे खराब
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज से मार्च 2020 में डिग्री पूरी कर शुभम उपाध्याय निकले ही थे कि कोरोना का कहर शुरू हो गया। उन्हें सागर के कोविड सेंटर में ही पहली नियुक्ति मिली और वे यहां जी-जान से कोरोना मरीजों की सेवा में जुट गए। स्वयं की परवाह किए बिना इलाज करते हुए वे भी 28 अक्टूबर को कोरोना पॉजिटिव हो गए।
भोपाल। मध्यप्रदेश से कोरोनो की एक भयावह खबर सामने आई है। मध्य प्रदेश के सागर में पहली पोस्टिंग पर तैनात डॉक्टर की संक्रमण की वजह से मौत हो गई।
बुधवार को 26 वर्षीय डॉक्टर शुभम उपाध्याय की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई। उन्हें इलाज के भोपाल के चिरायु अस्पताल में भर्ती किया गया था। डॉ. उपाध्याय के इलाज के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने एक करोड़ रुपए सहायता देने की घोषणा की थी, लेकिन इससे पहले ही शुभम की मौत हो गई।
शुभम के अच्छे इलाज के लिए सागर में लोग न केवल धन जुटा रहे थे, बल्कि उनकी सलामती के लिए दुआएं भी की जा रही थीं।बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज से मार्च 2020 में डिग्री पूरी कर शुभम उपाध्याय निकले ही थे कि कोरोना का कहर शुरू हो गया।
उन्हें सागर के कोविड सेंटर में ही पहली नियुक्ति मिली और वे यहां जी-जान से कोरोना मरीजों की सेवा में जुट गए। स्वयं की परवाह किए बिना इलाज करते हुए वे भी 28 अक्टूबर को कोरोना पॉजिटिव हो गए। चार दिन तक सागर में ही उनका उपचार किया गया।
इसके बाद भोपाल लाया गया। यहां उनका स्वास्थ्य लगातार बिगड़ता चला गया। परिजन आर्थिक रूप से भी परेशान हो गए।फेफड़े 90% से ज्यादा हुए थे खराब: डॉ. उपाध्याय के दोनों फेफड़े 90% से ज्यादा खराब हो चुके थे। उन्हें चेन्नई ले जाना था, लेकिन इसके पहले ही उन्होंने चिरायु अस्पताल भोपाल में दम तोड़ दिया।
मालूम हो कि इस समय लोग कोरोना वायरस से लापरवाह हो गए है। न तो मास्क लगा रहे है और नही सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन कर रहे है। ऐसे लोगों के लिए डॉ. शुभम उपाध्याय की मौत आंख खोलने के काफी होनी चाहिए।