वाराणसी में नकली गहनों के बदले लिया 85 लाख का लोन, तीन बैंकों को दिया धोखा
एडीसीपी वरुणा जोन प्रबल प्रताप सिंह ने बताया कि रविंद्र सेठ ने विजय व प्रतीक के साथ मिलकर केनरा बैंक के खाताधारकों को सोना रखकर लोन दिलवाने को कहा। रविंद्र सेठ ने केनरा बैंक के लहरतारा शाखा व अर्दली बाजार में सोना जमाकर लोन लिया।
वाराणसी। यूपी के वाराणसी से धोखाधड़ी का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां आरोपितों ने नकली सोना के दम पर तीन बैंकों के अधिाकरियों को धोखा देते हुए 85 लाख रुपये का लोन ले लिया।
मामले के पकड़ में आने के बाद पुलिस ने धोखा देने वाली तीन महिलाओं समेत दस आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक आरोपी ने पहले ही न्यायालय में समर्पण कर दिया है।
एडीसीपी वरुणा जोन प्रबल प्रताप सिंह ने बताया कि रविंद्र सेठ ने विजय व प्रतीक के साथ मिलकर केनरा बैंक के खाताधारकों को सोना रखकर लोन दिलवाने को कहा। रविंद्र सेठ ने केनरा बैंक के लहरतारा शाखा व अर्दली बाजार में सोना जमाकर लोन लिया।
आरोपी रविंद्र, प्रतीक और विजय प्रजापति ने फर्जी तरीके से लोगों को लालच देकर एकाउंट नंबर व आधार कार्ड लेकर केनरा बैंक की तीन शाखाओं से नकली सोना गिरवी रखकर रुपये निकाले। इसकी जानकारी बैंक को तब हुई जब उनका सुपर वैल्युएबल आया और सोने की जांच की।
नकली सोने की जानकारी होते ही बैंक के अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। उन्होंने मंडुवाडीह थाने में दो और कैंट में एक मुकदमा दर्ज दर्ज करवाया।
एडीसीपी वरुणा जोन ने बताया कि इन दस गिरफ्तार आरोपियों में शिवनारायण यादव, अमित कुमार शर्मा निवासी थाना लक्सा, परदेसी बिंद थाना मंडुवाडीह, प्रतीक रस्तोगी थाना दशाश्वमेध, सागर कुमार मौर्या थाना भेलूपुर, राजेश कुमार मेहता थाना कोतवाली, लक्ष्मण सिंह, नेहा श्रीवास्तव, दिया प्रजापति थाना भेलूपुर, श्वेता जबेरी थाना चौक को गिरफ्तार किया गया है।
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