वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में जर्जर छात्रावास गिरा, 2 मजदूरों की मौत, 7 घायल

टीम भारत दीप |

मंगलवार सुबह 4 बजे छात्रावास का जर्जर हिस्सा अचानक गिर गया।
मंगलवार सुबह 4 बजे छात्रावास का जर्जर हिस्सा अचानक गिर गया।

ललिता घाट में अधिग्रहित जर्जर गोयनका छात्रावास गिरने से मंगलवार की सुबह 2 मजदूरों की मौत हो गई। हादसे में घायल 7 मजदूरों में से 6 को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई, जबकि 1 मजदूर भर्ती है। हादसे की सूचना पाकर आला अधिकारी घटनास्थल पर हैं।

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र और विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी काशी को संवारने में लगातार निर्माण हो रहा है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लिए ललिता घाट में अधिग्रहित जर्जर गोयनका छात्रावास गिरने से मंगलवार की सुबह 2 मजदूरों की मौत हो गई।

हादसे में घायल 7 मजदूरों में से 6 को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई, जबकि 1 मजदूर भर्ती है। हादसे की सूचना पाकर आला अधिकारी घटनास्थल पर हैं।

सो रहे मजदूरों के उपर गिरा छज्जा

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लिए ललिता घाट स्थित गोयनका छात्रावास का अधिग्रहण किया जा चुका है। सोमवार की रात उमस भरी गर्मी के कारण मजदूर गोयनका छात्रावास के जर्जर हिस्से के नीचे सोए हुए थे। मंगलवार की भोर 4 बजे के लगभग छात्रावास का जर्जर हिस्सा अचानक गिरने से उसके मलबे के नीचे 9 मजदूर दब गए।

कॉरिडोर में तैनात पुलिसकर्मियों ने सभी को मलबे के नीचे से बाहर निकाल कर मंडलीय अस्पताल पहुंचाया। हादसे में पश्चिम बंगाल के मालदा जिला के कालिया चक निवासी अब्दुल मोमिन(25) और अमीनुल मोमिन(45) की मौत हो गई।

वहीं इमरान, आरिफ मोमिन, शाहिद अख्तर, सकीउल मोमिन, हाकिम खान और आरिफ मोमिन को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। मजदूर अब्दुल जब्बार के पैर में चोट लगने के कारण उसे मंडलीय अस्पताल में भर्ती किया गया है।

कंपन के कारण गिर रहे जर्जर मकान

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के इर्द-गिर्द कई मकान सैकड़ों साल पुराने और जर्जर हाल में हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कॉरिडोर में लगी भारी मशीनों के काम से हो रहे कंपन के कारण इलाके के जर्जर मकान गिर रहे हैं।

इससे पहले 23 मई को लाहौरी टोला स्थित एक जर्जर मकान की दीवार गिरने से 5 लोग घायल हो गए थे। उधर, एसीपी दशाश्वमेध अवधेश कुमार पांडेय ने बताया कि हादसे में दो मजदूरों की मौत हो गई है। उनके शव का पंचनामा करा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया है। हादसे में घायल अन्य 7 मजदूरों की हालत ठीक है।

कॉरिडोर में यह होना है निर्माण

वाराणसी में काशी विश्‍वनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट ही प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट कहलाता है। यह कॉरिडोर काशी विश्वनाथ मंदिर, मणिकर्णिका घाट और ललिता घाट के बीच 25,000 स्क्वेयर वर्ग मीटर में बन रहा है।

इसके तहत फूड स्ट्रीट, रिवर फ्रंट समेत बनारस की तंग सड़कों के चौड़ीकरण का काम भी चल रहा है। इस प्रोजेक्ट के पूरे होने के बाद आप गंगा किनारे होकर 50 फीट सड़क से बाबा विश्वनाथ मंदिर जा सकेंगे।

इसके अलावा यहां आपको बेहतर स्ट्रीट लाइट्स, साफ-सुथरी सड़कें, पीने के पानी का इंतजाम मिलेगा। इसके अलावा काशी के प्राचीन मंदिरों को संरक्षित किया जाएगा। अभी यहां घनी आबादी क्षेत्र है और भवनों की खरीद और ध्वस्तीकरण का काम तेजी से चल रहा है।

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