राजस्थान में चूल्हे की चिंगारी से झोपड़े में लगी आग, जिंदा जल गई मासूम
चूल्हे की चिंगारी से अचानक झाेपड़ा जल गया। हादसे के दाैरान उसकी 6 महीने की मासूम बच्ची पिंकी पालने में झूल रही थी। इस दाैरान वह भी आग की चपेट में आ गई और पूरी तरह से झुलस गई, जिससे उसकी माैत हाे गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
राजस्थान। राजस्थान के आबूराेड सदर थाना क्षेत्र के चनार ग्राम पंचायत के भवना फली में गांव में एक झाेपड़े में आग लगने से पालने में झूल रही 6 महीने की मासूम जिंदा जल गई। हादसे की सूचना मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ जुट गई।
ग्रामीणों ने आग से बच्ची को बचाने का प्रयास किया, लेकिन आग की विकरालता के कारण कामयाब नहीं हुए जब तक ग्रामीण बच्ची तक पहुंचते वह जलकर खाक हो चुकी थी। सूचना मिलने पर गिरवर चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और शव काे अस्पताल लाए।
गिरवर चाैकी प्रभारी शिवपाल सिंह ने बताया कि भवना फली में मीठाराम गरासिया का झाेपड़ा है। वह मजदूरी के लिए आबूरोड गया हुआ था और घर पर उसके तीन बच्चे और पत्नी थी। शाम काे पत्नी पानी लेने चली गई।
इस दाैरान चूल्हे पर कुछ पक रहा था। तभी चूल्हे की चिंगारी से अचानक झाेपड़ा जल गया। हादसे के दाैरान उसकी 6 महीने की मासूम बच्ची पिंकी पालने में झूल रही थी। इस दाैरान वह भी आग की चपेट में आ गई और पूरी तरह से झुलस गई, जिससे उसकी माैत हाे गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
आग की लपटे देख चिल्लाने लगी मां
घर से धुआं उठता देख आस.पास के लाेग एकत्रित हाे गए। घास फूंस का झाेपड़ा हाेने और तेज हवा की वजह से अचानक से आग फैल गई। जब मां काे आग लगने का पता चला तो वह भागते हुए अपनी घर पहुंची, आग की लपटों काे देखा चीखने व चिल्लाने लगी लेकिन आग इतनी फैल गई थी की मासूम काे बचाना मुश्किल हाे गया था।
इस दाैरान घर में मीठाराम के एक साल व डेढ़ साल के दाे बच्चे घर में ही थे। लेकिन आग लगने के दाैरान वे ताे जैसे-तैसे बाहर आ गए लेकिन पिंकी हादसे का शिकार हाे गई।
आग से मासूम के जलकर मरने की जानकारी विधायक जगसीराम कोली को जब हुई तो वे बोले सरकार से पीडित परिवार को सहायता दिलाएंगे। हीं मासूम की मौत से मां समेत पूरा परिवार गहरे सदमें में चला गया है।