प्रयागराज में घर के बाहर बैठे बालू कारोबारी की गोली मारकर हत्या, जानिए वजह
आपकों बता दें कि बरौत हंडिया के मूल निवासी राम राज सोनी लगभग 12 साल पहले परिवार के साथ करछना के बड़ौदा गांव में आए थे, वहीं पर उन्होंने अपना मकान बनवाकर परिवार के साथ रहने लगे। परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे 13 साल का नितिन और 8 साल का आदर्श है। गांव आने के बाद उन्होंने ज्वेलरी के साथ सरिया गिट्टी का भी काम शुरू कर दिया था।
प्रयागराज। यूपी के प्रयागराज में सोमवार को अपने घर के बाहर बैठे एक बालू कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। कारोबारी की हत्या से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। हमलावरों ने कारोबारी के सीने में तीन गोली मारकर पैदल ही फरार हो गए।
व्यापारी की मौत से घर में कोहराम मच गया। घर वालों के रोने चीखने की आवाज सुनकर घर के बाहर काफी भीड़ एकत्र हो गई।घर वाले व्यापारी के जिंदा होने की आस लेकर लोगों की मदद से अस्पताल ले गए, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत बता दिया।
इसी बीच इसकी सूचना पुलिस को दी गई. सूचना पर पुलिस अधिकारी वहां पर आ गए और बालू कारोबारी के घर लगे सीसीटीवी की फुटेज देखी, जिसमें नकाबपोश दो हमलावर नजर आए, गांव वालों की मदद से पुलिस हमलावरों के बारे में पता लगाने में जुटी हुई है।
आपकों बता दें कि बरौत हंडिया के मूल निवासी राम राज सोनी लगभग 12 साल पहले परिवार के साथ करछना के बड़ौदा गांव में आए थे, वहीं पर उन्होंने अपना मकान बनवाकर परिवार के साथ रहने लगे। परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे 13 साल का नितिन और 8 साल का आदर्श है।
गांव आने के बाद उन्होंने ज्वेलरी के साथ सरिया गिट्टी का भी काम शुरू कर दिया था, लेकिन 1 साल पहले विवाद हो गया, बताया जा रहा है कि उनके ऊपर हमला हुआ और उन्होंने इस धंधे को बंद कर दिया। अब सिर्फ ज्वेलरी का काम कर रहे थे।
सोमवार रात में घर के बाहर बैठे थे। तभी घात लगाए आए दो हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां चला कर उनकी हत्या कर दी। व्यापारी की हत्या की सूचना एसपी यमुनापार सौरभ दिक्षित कई थानों की फोर्स लेकर पहुंचे, एसपी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में नकाबपोश हमलावर नजर आए है।
बताया जा रहा है कि दोनों सर्राफ के घर के पास देर से छिपे थे और उनके बाहर निकलने का इंतजार कर रहे थे, जैसे ही रामराज घर से बाहर निकल कर आए, तभी हमलावरों ने उन पर गोली चला दी और उनकी हत्या कर दी। हमलावरों के गांव के अंदर भागने के कारण ही पुलिस को शक है कि गांव के ही किसी व्यक्ति ने हमलावरों को शरण दी है।
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