एक महिला दो किरदार और दस साल से किसी को पता ही नहीं, भेद खुलने पर सब हैरान
यहां एक महिला ने सरकारी अधिकारियों को बेवकूफ बनाते हुए एक साथ दो विभागों में नौकरी कर रही है। बल्कि एक ही बैंक के खाते में दोनों विभागों से पिछले दस साल से तनख्वाह भी उठा रही है।
अलीगढ़। नाम जविता कभी आशा तो कभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, महिला एक लेकिन रोल दो यह कोई फिल्मी कहानी नहीं है। जो एक ही हिरोइन दो रूपों में लोगों को बेवकूफ बना रही है।
यह एक सच्ची कहानी है। जो उत्तर प्रदेश के अलीगढ से सामने आई है। यहां एक महिला ने सरकारी अधिकारियों को बेवकूफ बनाते हुए एक साथ दो विभागों में नौकरी कर रही है। बल्कि एक ही बैंक के खाते में दोनों विभागों से पिछले दस साल से तनख्वाह भी उठा रही है।
दरअसल यह मामला अलीगढ़ जनपद के अतरौली तहसील के गांव चादौआ गोवर्धनुपर का है। इस मामले ने के सामने आने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों की नींद उड़ी हुई है। महिला की की शिकायत पर जांच शुरू की गई। अब महिला के रिकार्ड खंगाले जा रहे हैं। ताकि पूरा फर्जीवाड़ा सामने आ सके।
यह हैै मामला
यह महिला गांव चदौआ गोवर्धनपुर की है। वह अतरौली तहसील क्षेत्र के ही एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आशा के पद पर तैनात हैं। आंगनबाड़ी केंद्र पर आंगनबाड़ी सहायिका भी है।
इस संबंध में गांव के ही देवेंद्र सिंह ने दो दिन पहले अतरौली के एसडीएम पंकज कुमार से शिकायत किया था।ग्रामीण ने एसडीएम को बताया था कि दोनों पदों का वेतन बिजौली के केनरा बैंक में जविता के खाते में पहुंचता है।
, नियमानुसार कोई भी व्यक्ति किसी एक पद पर ही कार्य कर सकता है। किसी को इसकी भनक तक नहीं है।अब शिकायत के बाद दोनों ही विभागों में खलबली मच गई है।
अब बाल विकास पुष्टाहार विभाग इस पूरे मामले की जांच करा रहा है। बाल विकास पुष्टाहार विभाग के श्रेयस कुमार का कहना है कि नियमानुसार कोई भी व्यक्ति केवल एक पद पर काविज हो सकता है। अगर कोई दो अलग.अलग पदों पर एक साथ नौकरी कर रहा है तो उसे एक पद से हटाया जाएगा।