आखिर नासिक करेंसी प्रेस में क्यों तेजी से हो रही नोटों की छपाई, जानें क्या है वजह !

टीम भारतदीप |

रूपये-100 और रूपये-50 के नोट छापने का टारगेट पूरा कर लिया गया है।
रूपये-100 और रूपये-50 के नोट छापने का टारगेट पूरा कर लिया गया है।

भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से इस वित्त साल में कुल 510 करोड़ करेंसी नोट छापे जाने का टारगेट सेट किया गया है। मगर अभी तक यहां सिर्फ और सिर्फ 50 फीसदी ही टारगेट को पूरा किया जा सका है। इसका मुख्य कारण यह है कि कोरोनावायरस के कारण देश में लगाए गए लॉकडाउन की वजह से 22 मार्च से करीब 2 महीने तक नासिक की करेंसी नोट प्रेस बंद रही।

नासिक। नासिक करेंसी प्रेस में नोटों की छपाई इतनी तेजी से क्यों की जा रही है। आखिर इसके पीछे क्या वजह है? दरअसल इसके पीछे जो वजह सामने आ रही है। वह है कोरोना काल संकट। कोविड-19 महामारी के कारण इस वर्ष हर काम में विलंब हो रहा हैै।

इस महामारी के कारण देश की अर्थव्यवस्था काफी पीछे हो गई है। कोरोनावायरस महामारी के कारण हुए लॉकडाउन ने कई क्षेत्रों  की व्यवस्था को पटरी से उतार दिया है। इस कारण कई काम अधूरे पड़े है। उन्हें समय पर पूरा नहीं किया जा सका है।

इसी कड़ी में इस वित्त वर्ष नासिक के करंसी नोट प्रेस ने भी अपना सिर्फ 50 प्रतिषत टारगेट ही पूरा किया है। साल में जितने नोट छापे जाते हैं, उसका सिर्फ और सिर्फ 50 फीसदी ही टारगेट पूरा हो पाया है जबकि वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही भी खत्म होने के कगार पर है।

इसी को ध्यान में रखते हुए नासिक की करेंसी नोट प्रेस में टारगेट पूरा करने के लिए नोटों की छपाई तेजी से की जा रही है। इसी कारण  रविवार के दिन भी अब यहां काम हो रहा है। नासिक की यह प्रेस सरकार की सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मिटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की ही एक इकाई है।

यहां कई तरह के डिनॉमिनेशन नोट छापे जाते है। भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से इस वित्त साल में कुल 510 करोड़ करेंसी नोट छापे जाने का टारगेट सेट किया गया है। मगर अभी तक यहां सिर्फ और सिर्फ 50 फीसदी ही टारगेट को पूरा किया जा सका है।

इसका मुख्य कारण यह है कि कोरोनावायरस के कारण देश में लगाए गए लॉकडाउन की वजह से 22 मार्च से करीब 2 महीने तक नासिक की करेंसी नोट प्रेस बंद रही। नोटों की छपाई यहां मई के दूसरे पखवाड़े से शुरू तो हुई लेकिन वह भी सीमित लोगों के साथ।

कोरोना महामारी प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए भी यहां कुछ ही लोगों का आना शुरू हुआ। खबरों के मुताबिक करेंसी नोट प्रेस में रूपये-100 और रूपये-50 के नोट छापने का टारगेट पूरा कर लिया गया है। वर्तमान में यहां 500 और रूपये 20 के नोटों की छपाई हो रही है।

जल्द ही रूपये-200 और रूपये-10 के नोटों की छपाई शुरू होगी। बताते चलें कि देश में कुल 4 जगहों पर नोटों की छपाई की जाती है। इन 4 जगहों में से दो एसपीएमसीआईएल के अंतर्गत आता है जबकि दो भारतीय रिजर्व बैंक के तहत है।

नासिक के अलावा एसपीएमसीआईएल के अंतर्गत आने वाला नोट छपाई केंद्र मध्यप्रदेश के देवास में है। वहीं, भारतीय रिजर्व बैंक के अंतर्गत आने वाले छपाई केंद्र कर्नाटक के मैसूर और पश्चिम बंगाल के सालबोनी में मौजूद हैं। 
 


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