कोरोना को हराने के बाद सांसद आजम खां की हाजिरी के लिए कोर्ट ने सीतापुर के जेल अधीक्षक को लिखा पत्र
9 मई को आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला को लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर उनका इलाज चल रहा था। लंबे समय तक चले इलाज के बाद वह पूरी तरह से स्वस्थ हो गए। डॉक्टरों द्वारा उनके स्वास्थ्य के परीक्षण के बाद उन्हें मंगलवार को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
रामपुर। रामपुर से सपा के सांसद आजम खां कोरोना को हराकर अब पूरी तरह से स्वस्थ्य हो चुके है। अब कोर्ट उनके पर चल रहे मामलों की सुनवाई कर रहा है। इन्हीं मामलों को लेकर कोर्ट ने सीतापुर के जेल अधीक्षक को पत्र लिखा है।
साथ ही मुकदमों की सुनवाई के लिए चार अगस्त की तारीख निर्धारित की है। रामपुर की स्पेशल एमएलए एमपी कोर्ट में सोमवार को सांसद आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम से संबंधित चार मुकदमों की सुनवाई हुई। इनमें तीन मुकदमे अब्दुल्ला के फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, पैन कार्ड और पासपोर्ट से संबंधित हैं। इन मामलों में आरोप पत्र निर्धारित करने को लेकर सुनवाई हुई।
कोर्ट ने इसलिए लिखा पत्र
अदालत ने सांसद आजम खां और अब्दुल्ला की कोर्ट में हाजिरी सुनिश्चित कराने के लिए सीतापुर के जेल अधीक्षक को पत्र लिखने के आदेश दिए। इन मामलों की अगली सुनवाई चार अगस्त को होगी। जौहर यूनिवर्सिटी के लिए शत्रु संपत्ति कब्जाने के आरोप से संबंधित मुकदमे में आजम खां की जमानत अर्जी पर कोर्ट में सुनवाई होनी थी। सांसद के वकीलों ने इस मामले में और समय की मांग की। इस पर 30 जुलाई निर्धारित कर दी गई।
आजम खां के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने वाले भाजपा नेता आकाश सक्सेना भी कचहरी पहुंचे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ जंग जारी रखेंगे। कोर्ट में भी मजबूती के साथ पैरवी करते रहेंगे। दोषियों को सजा दिलाना ही उनका मकसद है।
सपा नेता आजम खां 64 दिन बाद मंगलवार को अपने बेटे अब्दुल्ला के साथ लखनऊ से सीतापुर जेल पहुंच गए हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस उन्हें लेकर जेल पहुंची और इसके बाद दोनों को उनकी बैरकों में भेज दिया गया।
64 दिन बाद बेटे के साथ पहुंचे जेल
आपकों बता दें कि सपा सांसद आजम खान अपने बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ सीतापुर जेल में बंद थे। कोरोना की दूसरी लहर में जेल के बंदियों का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था जिसमें 1 मई को आई रिपोर्ट में सपा नेता आजम खान समेत 13 बंदी कोरोना संक्रमित पाए गए थे।
कई दिनों तक आजम खान का इलाज जेल में ही डॉक्टरों की निगरानी में किया गया लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर 9 मई को आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला को लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर उनका इलाज चल रहा था। लंबे समय तक चले इलाज के बाद वह पूरी तरह से स्वस्थ हो गए।
डॉक्टरों द्वारा उनके स्वास्थ्य के परीक्षण के बाद उन्हें मंगलवार को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। इसके बाद आजम व उनके बेटे 64 दिन बाद जेल वापस आ गए।सांसद को सुरक्षित जेल तक पहुंचाने के लिए एसपी आरपी सिंह ने सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए थे। वह अटरिया, सिधौली, कमलापुर व खैराबाद होते हुए शहर में दाखिल हुए। आजम खां और उनके बेटे को एंबुलेंस से लखनऊ से लाया गया।
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