गृहमंत्री शाह से चर्चा के बाद किसान आज दोपहर में करेंगे चर्चा, सरकार देगी प्रस्ताव
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि सुधारों को वापस लेने की मांग को लेकर देशभर के किसान दिल्ली में पिछले 13 दिन से प्रदर्शन कर रहे है। आज बुधवार को 14 वें दिन दोपहर में किसान बैठकर नई रणनीति बनाएंग।
नईदिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि सुधारों को वापस लेने की मांग को लेकर देशभर के किसान दिल्ली में पिछले 13 दिन से प्रदर्शन कर रहे है।
आज बुधवार को 14 वें दिन दोपहर में किसान बैठकर नई रणनीति बनाएंग। मालूम हो कि मंगलवार शाम को 13 किसान नेताओं की गृहमंत्री अमित शाह के साथ चार घंटे तक चली बातचीत में कोई हल नहीं निकल सका।
गृहमंत्री शाह के साथ बैठक को 'सकारात्मक' बताते हुए भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार किसान नेताओं को आज एक मसौदा देगी, जिस पर हम किसानों के साथ चर्चा करेंगे।
टिकैत ने कहा, "मैं कहूंगा कि बैठक सकारात्मक थी। सरकार ने हमारी मांगों पर संज्ञान लिया है और कल हमें एक मसौदा दिया जाएगा, जिस पर हम विचार-विमर्श करेंगे।
आंदोलन पर बैठे एक किसान का कहना है कि कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। "ये कानून रद्द करने होंगे, ये किसानों के खिलाफ हैं।
वहीं किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी पंजाब के सुखविंदर सिंह सभरा ने कहा कि सरकार इस समय हड़बड़ाहट में है, कल शाम बुलाई गई बैठक बेफायदा थी। प्रस्ताव भेजना था तो 6 या 7 दिसंबर को भेजते। अगर प्रस्ताव में संशोधन की बात आती है तो उससे बात नहीं बनेगी।
आज भी रास्ते हैं बंद: किसानों के प्रदर्शन के बाद आज भी दिल्ली जाने वाले कई रास्ते बंद है। कुछ जगहों पर ट्रैफिक को भी डायवर्ट किया गया है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है।
इसके मुताबिक, आज सिंघु बार्डर, औचंदी बॉर्डर, पियाओ मनियारी बॉर्डर और मंगेश बॉर्डर यातायात के लिए पूरी तरह बंद है। एनएच-44 भी दोनों तरफ से बंद रहेगा।
जो लोग इन इलाकों से गुजरने वाले हैं इन्हें वैकल्पिक रास्तों से आने जाने की सलाह दी गई है।वहीं मंगलवार को किसानों के समर्थन में विभिन्न राजनीतिक संगठनों द्वारा बुलाए गए बंद का मिलाजुला असर रहा है।