यूपी की राजधानी लखनऊ में प्रेमिका की हत्या के बाद प्रेमी ने खुद को मारी गोली, कार में मिले शव
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मूलरूप से कैंट के रामदास का हाता निवासी संजय निगम शेफ किचन के नाम से रेस्टोरेंट चलाते हैं। वह परिवार के साथ गोमतीनगर इलाके में रहते थे। रामदास हाता का आवास उन्होंने किराए पर उठा रखा था। सोमवार रात करीब नौ बजे संजय की कार एनसीसी मेस के पास सुनसान इलाके में मिली।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी के लखनऊ के सबसे सुरक्षित इलाजे कैंट में एनसीसी मेस के पास सुनसान स्थान पर सोमवार रात नौ बजे आर्मी की पेट्रोलिंग टीम को एक कार खड़ी मिली।
पेट्रोलिंग टीम ने उसे करीब से देखा तो कार के अंदर एक जोडे का शव मिला। जांच में पता चला कि यह शव संजय निगम (50) और आशा अग्रवाल (35) का था। दोनों को गोली लगी थी।
युवती को सीने में गोली लगी थी। वहीं संजय को माथे के बीच में। पुलिस के मुताबिक, प्रेम प्रसंग का मामला लग रहा है। युवती की हत्या के बाद संजय ने खुदकुशी की है। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं। अधिकारी छानबीन कर रहे हैं।
रेस्टोंरेंट चलाता है मृतक
एडीसीपी पूर्वी एसएम कासिम आबिदी के मुताबिक, मूलरूप से कैंट के रामदास का हाता निवासी संजय निगम शेफ किचन के नाम से रेस्टोरेंट चलाते हैं। वह परिवार के साथ गोमतीनगर इलाके में रहते थे।
रामदास हाता का आवास उन्होंने किराए पर उठा रखा था। सोमवार रात करीब नौ बजे संजय की कार एनसीसी मेस के पास सुनसान इलाके में मिली। कार के अंदर चालक वाली सीट पर संजय निगम का खून से लथपथ शव पड़ा था।
वहीं बगल की सीट पर एक युवती का शव पड़ा था। दोनों को गोली लगी थी। आर्मी की पेट्रोलिंग टीम की सूचना पर पहुंची पुलिस ने पड़ताल शुरू की।
रिटायर्ड फौजी की निकली कार
एडीसीपी पूर्वी एसएम कासिम आबिदी के मुताबिक, पुलिस ने पड़ताल शुरू की। कार के नंबर के आधार पर मालिक का नाम व पता निकाला गया। कार संतोष शर्मा के नाम से पंजीकृत थी।
वह तेलीबाग के रहने वाले हैं। पुलिस संतोष के घर गई। वहां पता चला कि कुछ दिन पहले कार को उन्होंने संजय निगम के हाथ बेची थी। कार का कागज अभी ट्रांसफर नहीं किया था।
पुलिस ने संतोष के परिवारीजनों को साथ लेकर संजय निगम के कैंट के रामदास हाता स्थित आवास पर गई जहां पता चला कि वह गोमतीनगर में रहते हैं।
लाइसेंसी रिवाल्वर से चली थीं चार गोलियां
इस मामले की जांच कर रहे प्रभारी निरीक्षक कैंट नीलम राणा के अनुसार कार में संजय निगम के पास से एक .32 बोर की लाइसेंसी रिवाल्वर मिली। इससे चार गोलियां चलने की पुष्टि हुई है।
दो गोलियां मिस हो गई थीं। वहीं एक गोली युवती और एक गोली संजय को लगी थी। पुलिस ने रिवॉल्वर को कब्जे में ले लिया है। रिवॉल्वर से चार गोलियां बरामद हुई है। इसमें से दो गोलियां मिस बताई जा रही हैं।
पुलिस रिवाल्वर को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक संजय निगम का पत्नी से विवाद चल रहा है। पुलिस के अनुसार, उनका किसी युवती से संबंध था।
आर्मी ने की शराब पीने के संदेह पर छानबीन
पुलिस के मुताबिक, रात करीब नौ बजे आर्मी की पेट्रोलिंग टीम उधर से निकली तो संदेह हुआ। नाइट कर्फ्यू के दौरान कार संदिग्ध हालत में खड़ी देख टीम उसके करीब गई।
आर्मी पेट्रोलिंग टीम को अंदर बैठकर शराब पीने वालों की आशंका थी। इस पर नजदीक गई। कार में जोड़े का शव देखकर होश उड़ गए। तत्काल पुलिस को सूचना दी गई।
दो शव मिलने की सूचना पर इंस्पेक्टर नीलम राणा, एसीपी डॉ. अर्चना सिंह, एडीसीपी एसएम कासिम आबिदी, डीसीपी संजीव सुमन, जेसीपी क्राइम नीलाब्जा चौधरी पहुंचे।
कार में मिला दो पन्ने का सुसाइड नोट
फोरेंसिक टीम को कार के अंदर से दो पन्ने का एक सुसाइड नोट मिला है। एडीसीपी पूर्वी के मुताबिक, सुसाइड नोट में संजय निगम ने लिखा है कि मेरी मौत की जिम्मेदार अंजू नाम की महिला है। उसने मेरी जिंदगी खराब कर दी है।
वह मेरी दुकान पर कब्जा करना चाहती है। पुलिस ने सुसाइड नोट कब्जे में ले लिया है। पुलिस के मुताबिक, अंजू कौन है यह अभी साफ नहीं हो सका है।फिलहाल पुलिस की जांच जारी है।
दोनों में थे संबंध
पुलिस के मुताबिक, संजय के साथ कार में जिस महिला का शव मिला है। उसकी शिनाख्त कैंट इलाके की आशा अग्रवाल के रूप में हुई है। उसके पति की मौत हो चुकी है।
एक बेटा व एक बेटी है। दोनों के बीच संबंध के बारे में दोनों के परिवार जानते थे। संजय निगम को भी एक बेटी व एक बेटा है। पुलिस ने महिला के पर्स से मिले बिजली के बिल से उसकी शिनाख्त की। उसके परिवारीजनों से भी पुलिस ने पूछताछ की।