राजधानी में मरीज की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में की तोड़फोड़
गाजीपुर निवासी राम सुरेश को बुखार व सांस में तकलीफ के चलते गंभीर अवस्था में शनिवार को लोहिया की इमरजेंसी लाया गया था। डॉक्टर ने होल्डिंग एरिया में मरीज को भर्ती किया। डॉक्टर ने वेंटीलेटर की जरूरत बताई। मगर वह उपलब्ध नहीं हो पा रहा था। कुछ देर में मरीज की मौत हो गई।
लखनऊ। राजधानी लखनऊ के लोहिया संस्थान की इमरजेंसी में शनिवार को देर रात इलाज के दौरान एक मरीज की मौत हो गई। मरीज की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ करते हुए जमकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने मरीज को सही ढंग से इलाज नहीं दिया इसकी वजह से उसकी मौत हो गई।
मरीज की मौत होने के बाद परिजन आक्रोशित हो गए और अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ करने लगे। आक्रोशित परिजनों को देख डॉक्टरों समेत इमरजेंसी के अन्य कर्मचारी मौके से भागकर बाहर निकल गए। इमरजेंसी में भर्ती अन्य मरीज हंगामे और तोड़फोड़ से परेशान हो गए। कई की स्थिति गंभीर होने लगी। बाद में इसकी सूचना किसी ने पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत कराया।
सांस में तकलीफ व बुखार से परेशान था मरीज
गाजीपुर निवासी राम सुरेश को बुखार व सांस में तकलीफ के चलते गंभीर अवस्था में शनिवार को लोहिया की इमरजेंसी लाया गया था। डॉक्टर ने होल्डिंग एरिया में मरीज को भर्ती किया। डॉक्टर ने वेंटीलेटर की जरूरत बताई। मगर वह उपलब्ध नहीं हो पा रहा था। कुछ देर में मरीज की मौत हो गई।
नाराज परिवारीजनों ने हंगामा किया। इमरजेंसी के दरवाजे खिड़की के कांच तोड़ दिए। इससे वहां अफरा-तफरी मच गई।डॉक्टर और कर्मचारी घबरा गए। मृतक की दोनों बेटियां पेशे से स्टाफ नर्स हैं। उन्होंने पिता की मौत पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया।
काफी देर तक लोहिया संस्थान में हंगामा होता रहा है। हंगामें की वजह से कई मरीजों की काफी देर तक सांस अटकी हुई थी। पुलिस के आने के बाद किसी तरह मामले को शांत कराया गया। हंगामें की सूचना पर पहुंचे आलाअधिकारियों ने किसी तरह मामले को संभाला।