आगरा:जहरीली शराब से 10 की मौत के बाद तीन 3 थाना प्रभारी समेत 9 पुलिसकर्मी सस्पेंड
आपकों बता दें कि इससे पहले डीएम की ओर से जारी रिपोर्ट में जहरीली शराब से कोई मौत न होने की बात कही गई थी। इसके बाद एडीजी ने मृतकों के विसरा को जांच के लिए फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटर भेजा था।डौकी के गांव कौलारा कला में तीन, बरकुला में एक, ताजगंज के गांव देवरी में चार और शमसाबाद के गढ़ी जहान में दो लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई थी।
आगरा। ताजनगरी आगरा में जहरीली शराब से दस लोगों की मौत के बाद जिम्मेदारों की नींद टूटी तो धड़ाधड़ जिम्मेदारों पर कार्रवाई होने लगी। जहरीली शराब की रिपोर्ट आने के बाद तीन थाना प्रभारी समेत 9 पुलिस कर्मी सस्पेंड कर दिए गए है।
जहरीली शराब का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी जांच कराई गई थी रिपोर्ट से खुलासा हुआ कि 10 लोगों की मौत की वजह मिथाइल एल्कोहल है। इससे जाहिर है कि उन्होंने जो शराब पी थी वो जहरीली थी।
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वहीं, रिपोर्ट आने के बाद तीन थाना प्रभारी सहित 9 पुलिस कर्मी निलंबित कर दिए गए हैं,जबकि दो आबकारी इंस्पेक्टर सहित पांच के निलंबन की सिफारिश भी की गई है।आपकों बता दें कि इससे पहले डीएम की ओर से जारी रिपोर्ट में जहरीली शराब से कोई मौत न होने की बात कही गई थी। इसके बाद एडीजी ने मृतकों के विसरा को जांच के लिए फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटर भेजा था।
पीएम रिपोर्ट में नहीं हुई थी पुष्टि
आपकों बता दें कि आगरा में डौकी के गांव कौलारा कला में तीन, बरकुला में एक, ताजगंज के गांव देवरी में चार और शमसाबाद के गढ़ी जहान में दो लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई थी। कौलारा कला में मृतक रामवीर के शव के जबरन अंतिम संस्कार का आरोप लगा।
जिम्मेदारी से बचने के लिए पहले तो प्रशासन जहरीली शराब से कोई मौत न होने की बात कहता रहा था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला दिया गया। मगर, जब मामले ने तूल पकड़ा तो लखनऊ से इस संबंध में अधिकारियों से पूछा गया।
इसके बाद बुधवार को एडीजी जोन राजीव कृष्ण, आईजी रेंज नवीन अरोरा, मंडलायुक्त अमित गुप्ता, डीएम प्रभु नारायण व एसएसपी मुनिराज डौकी पहले गांव कौलारा कला फिर गांव देवरी पहुंचे। यहां मृतकों के परिजनों से पूरी स्थिति समझीं।
एडीजी जोन को भेजनी थी लखनऊ रिपोर्ट
इस मामले में शासन ने एडीजी जोन से रिपोर्ट मांगी थी। इसके बाद एडीजी जोन ने फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी लखनऊ में बात की। इसके बाद कौलरा कला से दो मृतक रामवीर, अनिल और बरकुला गांव निवासी मृतक गयाप्रसाद समेत ताजगंज गांव सैमरी निवासी मृतक सुनील का विसरा जांच के लिए फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी भेजे गए।
फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने एडीजी से कहा कि वह एक रिपोर्ट शाम तक दे देंगे। जिसमें यह पता चल जाएगा कि शराब जहरीली थी। दूसरी रिपोर्ट में यह पता चलेगा कि शराब में कौन-कौन से केमिकल मिले थे। इस रिपोर्ट को आने में 24 घंटे लगते हैं।
यह रिपोर्ट गुरुवार की दोपहर तक आएगी। एडीजी जोन राजीव कृष्ण ने बताया कि चारों ग्रामीणों के विसरा की प्रारंभिक रिपोर्ट आ चुकी है। इसमें मिथाइल एल्कोहल की पुष्टि हुई है। मतलब शराब जहरीली थी। पुलिस को आगे कोई घटना नहीं हो इसके लिए छापेमारी के निर्देश दिए गए हैं।
इन पर गिरी गाज
जहरीली शराब से मौत की पुष्टि होती है। दोषी पुलिस और आबकारी विभाग की टीम पर कार्रवाई हो गई है। इस मामले में एडीजी जोन ने सख्त रूख अख्तियार किया है।
इंस्पेक्टर ताजगंज उमेशचंद्र त्रिपाठी, इंस्पेक्टर डौकी अशोक कुमार और एसओ शमसाबाद राजकुमार गिरि, चौकी इंचार्ज एकता कुलदीप मलिक, बीट सिपाही देवरी अरुण कुमार, बीट सिपाही कौलारा कला सोमवीर, हैड कांस्टेबिल जगजीत सिंह, गांव गढ़ी जहान सिंह के बीट सिपाही उदयप्रताप व गांव मेहरामपुर के बीट सिपाही श्यामसुंदर के निलंबन के आदेश दिए।
एडीजी जोन ने अपनी जांच में सेक्टर तीन फतेहबाद के आबकारी निरीक्षक संजय कुमार विद्यार्थी, सेक्टर सात ताजगंज के आबकारी निरीक्षक रजनीश कुमार पांडेय और तीन आबकारी सिपाही विशाल कुमार, राजेश कुमार शर्मा व अमरजीत तेवतिया को भी प्रथमद्रष्टया दोषी पाया है।
जिन इलाकों में ग्रामीणों की मौतें हुईं, वहां अवैध रूप से शराब नहीं बिके यह देखना इनकी जिम्मेदारी थी। निलंबन की कार्रवाई आबकारी विभाग के अधिकारियों को करनी है।
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