प्रदर्शन रोकने के लिए टोरंट से सौदेबाजी करती आगरा कांग्रेस जिलाध्यक्ष का वीडियो वायरल

टीम भारत दीप |

यह वीडियो कांग्रेस जिलाध्यक्ष का बताया जा रहा है।
यह वीडियो कांग्रेस जिलाध्यक्ष का बताया जा रहा है।

आगरा शहर में बिजली के वितरण और मेंटिनेंस का कार्य एक निजी कंपनी टोरंट पावर के पास है। लाॅकडाउन के दौरान बिजली का बिल माफ करने की मांग को लेकर कई राजनीतिक दल प्रदर्शन कर रहे हैं।

आगरा। आगरा में बिजली के बिल के मुद्दे पर टोरंट पावर और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करती रहीं कांग्रेस की जिलाध्यक्ष वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें जिलाध्यक्ष और पार्टी के अन्य कार्यकर्ता टोरंट पावर के अधिकारी के साथ धरना-प्रदर्शन रोकने के लिए सौदेबाजी करते नजर आ रहे हैं। वीडियो में प्रदेश स्तर तक नेताओं को सेट करने की गारंटी दी जा रही है। 

बता दें कि आगरा शहर में बिजली के वितरण और मेंटिनेंस का कार्य एक निजी कंपनी टोरंट पावर के पास है। लाॅकडाउन के दौरान बिजली का बिल माफ करने की मांग को लेकर कई राजनीतिक दल प्रदर्शन कर रहे हैं। बीते दिनों कांग्रेस की जिलाध्यक्ष मनोज दीक्षित ने भी कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन किया था। 

इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष और कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प भी हुई थी। शहर में इसके बाद कांग्रेस के प्रदर्शन जारी रहे। शुक्रवार को आगरा में एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें कांग्रेस की जिलाध्यक्ष मनोज दीक्षित टोरंट के अधिकारी से धरना रोकने के लिए पांच लाख रूपये की मांग करती नजर आ रही हैं। 

वीडियो में उनके साथ सचिव के होने की बात कही जा रही है। पांच लाख के अलावा 3 लाख रूपये महीने के हिसाब से देने के नाम पर भी कांग्रेस जिलाध्यक्ष सहमति भरती नजर आ रही हैं। 

बता दें कि इन दिनों कांग्रेस पार्टी यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार पर विभिन्न मुद्दों को लेकर हमलावर है। ऐसे में उसके जिलास्तर के पदाधिकारी का ऐसा वीडियो वायरल होना उसकी प्रदेश सरकार में वापसी की उम्मीदों को झटका दे सकता है। यूपी में कांग्रेस वैसे ही हाशिए पर है, उसके नेताओं की ऐसी करतूतें पार्टी के लिए आत्मघाती साबित होंगी। 


प्रदेश नेतृत्व तक का भरोसा
वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है कि एक बार रूपये देने के बाद प्रदेश अध्यक्ष तक टोरंट के खिलाफ कोई धरना प्रदर्शन या स्टेटमेंट नहीं देंगे। महानगर अध्यक्ष को लेकर भी जिलाध्यक्ष ये कहती नजर आईं कि धरने का कार्यक्रम तो हमारे पास आता है। हम प्रदेश अध्यक्ष से कह देंगे कि अभी हम इस धरना प्रदर्शन को रोक रहे हैं। 


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