ऑनलाइन इंश्योरेंस के नाम पर आपके साथ भी हो सकती है ऐसी ठगी, विदेशों से ऑपरेट हो रहे गैंग
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ये लोग सरकारी वेबसाइटों की हूबहू वेबसाइट बनाकर उस पर विजिट करने वाले लोगों के ईमेल और फोन नंबर लेते हैं और उन लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं। इसके अलावा फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लड़की बनकर लोगों को ठगते हैं।
आगरा। आगरा में एक व्यक्ति से ऑनलाइन इंश्योरेंस के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। विदेशों से ऑपरेट होने वाले गैंग के गुर्गाें ने फोन पर ही बातचीत के जरिए अर्जुन नगर निवासी व्यक्ति को ऐसा झांसे में लिया कि वह अपनी लाखों की रकम ठगों को दे बैठा। आगरा की साइबर पुलिस ने जब मामले का पर्दाफाश किया तो गैंग के बारे में सुनकर अधिकारियों की भी आंखें फटी रह गईं।
बता दें कि आगरा के वेस्ट अर्जुन नगर निवासी प्रताप सिंह चाहर के पास 2015 में एक व्यक्ति का फोन आया था। उसने फोन पर ही उन्हें बहुत सारे लालच देकर जानी-मानी बीमा कंपनी जैसे- भारती एक्सा, एचडीएफसी, टाटा एआईए आदि के नाम से लगभग 30 लाख की बीमा पाॅलिसी करा दीं। इन सबसे पाॅलिसी बांड भी रजिस्टर्ड डाक से प्रताप सिंह चाहर के पते पर भेजे गए।
दो साल बाद मार्च 2017 में प्रताप सिंह चाहर के पास जगदीश नेगी और राजीव शुक्ला नाम से दो लोगों ने मुंबई पुलिस के क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर फोन किया। उन्हें प्रताप सिंह से कहा कि उनकी सारी पाॅलिसी फर्जी हैं और उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। उन्होंने ऐसे गैंग को पकड़ लिया है और उनकी पाॅलिसी की रकम जो कि करोड़ों में है, उनको मिल जाएगी।
इसके एवज में उन्होंने प्रताप सिंह चाहर से कई खातों में लगभग 95 लाख रूपये जमा करा लिए। इसके बाद उनका नंबर ब्लाॅक कर दिया। कुछ दिनों बाद जब प्रताप सिंह चाहर को अपने साथ धोखाधड़ी का अहसास हुआ तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
मामले में आगरा रेंज के साइबर थाने में एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस काम पर लग गई। पुलिस ने सभी बैंक खातों और मोबाइल नंबरों की डिटेल निकालते हुए एक विदेशी और भारत के तीन लोगों को गिरफ्तार करते हुए ऐसे गैंग का खुलासा किया तो विदेशों से आॅपरेट होता था।
पूरी तरह फिल्मी स्टाइल में वारदात
आगरा पुलिस के अनुसार गुरुग्राम से पकड़े गए नाइजीरिया निवासी बेन्शन ने पुलिस को बताया कि गैंग का सरगना जाॅन स्टेनले नाम का व्यक्ति है जो अपने साथियों के साथ गैंग को नाइजीरिया से ऑपरेट करता है।
ये लोग सरकारी वेबसाइटों की हूबहू वेबसाइट बनाकर उस पर विजिट करने वाले लोगों के ईमेल और फोन नंबर लेते हैं और उन लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं। इसके अलावा फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लड़की बनकर लोगों को ठगते हैं।
कई बार कस्टम अधिकारी बनकर लोगों से कई करोड़ की रकम अपने खाते में ट्रांसफर करा लेते हैं और हनीट्रैप जैसे तरीके अपनाकर ठगी करते हैं। ये लोग ठगी के लिए किराए के खाते या फर्जी डाॅक्यूमेंट से खुलवाए खातों का प्रयोग कर उनमें रकम डलवाते हैं। या कमीशन का लालच देकर किसी का खाता प्रयोग करते हैं।
करोड़ों-अरबों की कर चुके ठगी
पुलिस की जांच में सामने आया कि ये लोग अब तक कई करोड़ की ठगी कर चुके हैं। खुद बेन्शन 50 करोड़ अपने देश भेज चुका है। पकड़े गए भारत के आरोपी जसपाल और तरून यादव भी 8-7 प्रतिशत कमीशन के रूप में लेते हैं।
75 प्रतिशत रकम जाॅन स्टेनले अपने साथियों के जरिए मंगा लेता है। गौर करने वाली बात ये है कि इन लोगों ने अभी तक जाॅन मुलाकात नहीं की है। ये सब डीलिंग फोन पर व्हाट्सएप काॅल के जरिए होती है। इससे पहले तरून यादव दो अन्य विदेशियों के साथ काम करता था जो कई करोड़ की रकम कमाकर अपने देश चले गए और सारा काम बेन्शन के हवाले कर गए हैं।
तरून यादव असल में है लड़की
गैंग का एक सदस्य तरून यादव असल में लड़की है। वह पहले लकड़ी के रूप में ही गैंग से जुड़ा था। बाद में उसने अपने स्तन का आपरेशन कराकर और पुरूष के नकली अंग लगवाकर खुद को लड़का बना लिया। उसने एक मुस्लिम लड़की से शादी की और आईवीएफ से एक लड़का पैदा किया।
पुलिस को मिला ईनाम
आगरा रेंज के आईजी ए सतीश गणेश ने आगरा साइबर सेल के एएसपी सौरभ दीक्षित सहित साइबर थाने की पूरी टीम को मामले के खुलासे के लिए प्रशस्ति पत्र और नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया है।