आशिक़ से क़ातिल बने सिरफिरे विवेक ने समाज से छीन लिए दो होनहार डॉक्टर
डॉ योगिता के परिवारीजनों ने पुलिस को डॉ. विवेक तिवारी के बारे में बताया था। इस आधार पर पुलिस ने डॉ योगिता और डॉ विवेक तिवारी के मोबाइल की लोकेशन पता की तो वह साथ साथ आई।
आगरा। आगरा के सरोजिनी नायडू मेडिकल कालेज में एमडी की छात्रा और जूनियर डॉक्टर के कातिल डॉ विवेक ने अपने पागलपन में समाज से दो होनहार डॉक्टर छीन लिए। आरोपी ने पुलिस को बताया कि आखिर उसने ही डॉ योगिता का कत्ल किया है।
आगरा के एसएसपी बबलू कुमार ने बताया डॉ योगिता गौतम के परिवारीजनों ने थाना एमएम गेट में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इधर थाना डौकी क्षेत्र में पुलिस को महिला की लाश मिली। शिनाख्त कराने पर लाश डॉ योगिता की निकली।
डॉ योगिता के परिवारीजनों ने पुलिस को डॉ. विवेक तिवारी के बारे में बताया था। इस आधार पर पुलिस ने डॉ योगिता और डॉ विवेक तिवारी के मोबाइल की लोकेशन पता की तो वह साथ साथ आई।
इसके बाद आगरा पुलिस ने जालौन पुलिस से संपर्क कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में पहले तो डॉ विवेक घटना में अपना हाथ न होने की बात करता रहा। लेकिन जब पुलिस ने उसके सामने सबूत रखे तो वह टूट गया।
डॉ विवेक तिवारी ने पुलिस को बताया कि वह और योगिता 7 साल से रिलेशनशिप में थे। शुक्रवार को वह योगिता से मिलने आया और उस दिन उन दोनों। के बीच काफी झगड़ा हुआ। इसी दौरान कार में ही उसने डॉ योगिता की गला दबाकर हत्या कर दी।
आरोपी को जब लगा कि डॉ योगिता जिंदा हैं तो उसने अपनी कार में रखे चाकू से उनकी गर्दन पर और सिर पर कई वार किए। इसके बाद शव को डौकी थाना क्षेत्र में बमरौली कटारा के पास फेंककर उसे लकड़ियों से छिपा दिया।
हत्या के इस सनसनीखेज खुलासे से सभी दंग रह गए। आरोपी ने खुद तो संगीन अपराध किया ही, एक होनहार डॉक्टर की जान लेकर समाज का दोहरा नुकसान किया। डॉ योगिता के परिवारीजनों ने बताया कि सिरफिरा विवेक योगिता पर शादी के लिए दबाव बनाता था। अपने पागलपन में उसने दो जिंदगियां बर्बाद कर दीं।