आगरा वकील हत्याकांड:सास ने ही दोस्त को 10 लाख देकर कराई थी दामाद की हत्या
वकील कपिल पंवार उर्फ यश की हत्या उनकी सास शिमला पंवार ने तीन-चार करोड़ की संपत्ति के लिए दस लाख रुपये में तीन सुपारी किलर से कराई थी। संपत्ति वकील की इंस्पेक्टर रही दिवंगत पत्नी ममता पंवार और सास के नाम है।
आगरा। चार दिन पहले आगरा से अपहृत वकील कपिल पवार का शव इटावा में नहर में मिला था। तब से लगातार पुलिस इस मामले को सुलझाने में लगी थी। शुक्रवार को पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कपिल की हत्या उसकी सास ने उसके दोस्त को 10 लाख रुपए देकर कराई थी। इस मामले के खुलासे के बाद दोस्त और सास जैसे रिश्ते से लोगों का विश्वास डगमगा गया।
कपिल और जीतू प्रापर्टी का काम करते थे दोनों में पहचान बढी तो घर आना-जाना हुआ। कपिल जीतू को अच्छा दोस्त समझक अपना हर राज बताया। कपिल ने अपने और पत्नी की सभी संपत्तियों की जानकारी उसे दे दी।
यह भी बता दिया कि कई संपत्ति बेटी और सास के नाम से संयुक्त रूप से हैं। इन्हें अपने नाम कराने में दिक्कत आ रही है क्योंकि सास विरोध कर रही है। जीतू ने कपिल की सास से मेलजोल बढ़ाया और उन्हें अपने साथ मिलाया।
कपिल पंवार के पड़ोसियों ने बताया कि दस दिन पहले संपत्ति विवाद में पंचायत हुई थी। इसमें कपिल की तरफ से जीतू और दोस्त थे, सास शिमला ने परिजन बुलाए थे। पंचायत में कोई नतीजा नहीं निकला।
उसने शिमला से कहा कि यह संपत्ति आपको तभी मिलेगी, जब कपिल दुनिया में नहीं रहेगा। इस पर शिमला ने कहा कि जो भी खर्चा आए, वह दे देगी, लेकिन कपिल को रास्ते से हटा दो।
हत्यारोपी शिमला पंवार ने पुलिस पूछताछ में कहा कि कपिल को वह कभी दामाद के रूप में स्वीकार ही नहीं कर पाई। वह अलग जाति का था, बेटी ममता ने अपनी मर्जी से दूसरी जाति में शादी की थी।
उसने उसे पति मान लिया लेकिन परिवार में कोई और उसे स्वीकार नहीं कर पाया।गौरतलब है कि वकील कपिल पंवार उर्फ यश (45) की हत्या उनकी सास शिमला पंवार ने तीन-चार करोड़ की संपत्ति के लिए दस लाख रुपये में तीन सुपारी किलर से कराई थी।
संपत्ति वकील की इंस्पेक्टर रही दिवंगत पत्नी ममता पंवार और सास के नाम है।इसे कपिल अपने नाम करा रहे थे। सुपारी किलर जीतू यादव, राहुल और अनवर ने अंडे की भुर्जी में नशा देकर वकील को बेहोश करने के बाद कार में सीट बेल्ट से गला घोंटकर हत्या की।
इसके बाद लाश को इटावा के भरतना में नहर में फेंक आए थे। पुलिस ने शिमला, राहुल और अनवर की गिरफ्तारी के बाद हत्याकांड के खुलासे का दावा किया है। हत्यारोपी शिमला पवार ने बताया कि ममता 2003-04 में दिल्ली में सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रही थी।
कपिल भी इसी परीक्षा की तैयारी के लिए दिल्ली में था। वहीं पर दोनों की दोस्ती हुई। ममता यूपी पुलिस में दरोगा हो गई। कपिल मेरठ में कोर्ट में पेशकार हो गया। इसके बाद दोनों ने शादी कर ली। 2006 में ममता की पोस्टिंग आगरा में हुई।
उन्होंने कहा कि अलग अलग रहने से परेशानी होगी। इस पर कपिल नौकरी छोड़कर आगरा आ गए और कचहरी में प्रेक्टिस करने लगे। इसके बाद ममता प्रमोशन पाकर इंस्पेक्टर हो गई। कपिल ने यह नाम शादी के बाद रखा था। उसका नाम यशवीर सैनी था। ममता पंवार से शादी के बाद उसने अपना नाम कपिल पंवार उर्फ यश कर लिया था।
इसके बाद भी ममता के परिवार वालों ने काफी दिनों तक कपिल से संबंध नहीं रखा। ममता के कहने पर वह (शिमला) उनके पास आने लगीं। वह कई महीने साथ ही रहती थीं। पिछले साल ब्रेन हेमरेज से ममता पंवार की मौत हो गई। इससे सास-दामाद के रिश्ते और बिगड़ गए। सास को लगा कि कपिल सारी संपत्ति अपने नाम करा लेगा। वह उसी के पास आकर रहने लगी।