अखिलेश का आरोप: सीएम के प्रमुख सचिव डीएम को फोन करके रच रहे हैं साजिश, गड़बड़ी की आशंका

टीम भारत दीप |

सपा अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव के दौरान कई जगह वरिष्ठ अधिकारियों की मनमानी पकड़ी गई।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव के दौरान कई जगह वरिष्ठ अधिकारियों की मनमानी पकड़ी गई।

पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मंगलवार शाम प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से सामने वाराणसी में पकड़ी गई ईवीएम की रिकार्डिंग दिखाते हुए बताया कि वहां तीन गाड़ियों से ईवीएम निकाली गईं। दो गाड़ियां भाग गई, जबकि एक गाड़ी पकड़ी गई। इसी तरह बरेली और सोनभद्र में भी ईवीएम पकड़ी गई है।

लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव में मतदान के बाद अब मगणना की तैयारी अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गई हैं। गुरुवार सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हो जाएगी। इस बीचसपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मतगणना में धांधली की आशंका जताई है।

वाराणसी, सोनभद्र, बरेली सहित कई स्थानों पर ईवीएम पकड़े जाने का आरोप लाया है। यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव जिलाधिकारियों को फोन कर आदेश दे रहे हैं कि जहां भाजपा प्रत्याशी हार रहे हों अथवा पांच हजार से कम अंतर हो तो वहां वहां धीमी गति से गणना कराई जाए।

रात होने पर गड़बड़ी की जा सके।। उन्होेंने दावा किया कि सीएम के प्रमुख सचिव की हरकत का उनके पास पुख्ता सबूत हैं। चुनाव आयोग ने सबूत मांगा तो उसे उपलब्ध कराएंगे।

ईवीएम शिफ्ट करने का आरोप लगाया

पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मंगलवार शाम प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से सामने वाराणसी में पकड़ी गई ईवीएम की रिकार्डिंग दिखाते हुए बताया कि वहां तीन गाड़ियों से ईवीएम निकाली गईं। दो गाड़ियां भाग गई, जबकि एक गाड़ी पकड़ी गई। इसी तरह बरेली और सोनभद्र में भी ईवीएम पकड़ी गई है। 

लखनऊ में एडीएम की गाड़ी में पेचकस सहित अन्य सामग्री पकड़ी जा चुकी है। चुनाव आयोग की नियमावली है कि किसी कारणवश ईवीएम की शिफ्टिंग होगी तो सभी दलों के प्रत्याशियों को सूचना दी जाएगी। सभी की सहमति पर फोर्स के साथ ईवीएम का स्थानांतरण किया जाएगा,

वाराणसी सहित अन्य जिलों में प्रत्याशियों को सूचना तक नहीं दी गई। इससे साफ है कि सरकार जानबूझ कर बेईमानी पर उतारू है। उन्होंने सवाल किया कि जब तीन वाहनों में लादकर ईवीएम को ले जाना चोरी नहीं है तो फिर दो वाहनों को भगाया क्यों गया, सरकार इसका जवाब दे।

अखिलेश का दांवा भाजपा हताश

सपा अध्यक्ष ने कहा कि मतदान के रूझान देखने के बाद भाजपा में हताशा और निराशा है। पार्क सफाई की बात सामने आने के बाद वे तरह- तरह के हथकंडे अपनाना शुरू कर दिए हैं। सपा अध्यक्ष ने दावा किया कि अयोध्या, वाराणसी दक्षिण सहित तमाम सीटों पर भी सपा को व्यापक जनसमर्थन मिला है।

ऐसे में सरकार के इशारे पर कुछ अधिकारी षडयंत्र रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि वाराणसी के जिलाधिकारी पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। वहां के डीएम और कमिश्नर पहले भी संदेह के घेरे में रहे हैं। अधिकारियों की करतूत की वजह से कहीं कानून व्यवस्था प्रभावित हुई तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी। सपा अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव के दौरान कई जगह वरिष्ठ अधिकारियों की मनमानी पकड़ी गई। 

चुनाव आयोग से लगातार शिकायतें की गईं, लेकिन चुनाव आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की। ओम प्रकाश राजभर और स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमले के मामले में भी आयोग अभी तक कार्रवाई नहीं कर पाया है। करहल में भाजपा प्रत्याशी ने खुद अपनी गाड़ी तोड़ी।

इसके सबूत देने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। आयोग को हर शिकायत लिखित में की जा रही है। ईवीएम पकडऩे के मामले में भी की जाएगी। इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हुई तो पार्टी नेताओं से बात कर अगला कदम उठाया जाएगा। जरूरत पड़ी तो कोर्ट भी जाएंगे।

एग्जिट पोल से चोरी पर पर्दा डालने का प्रयास

अखिलेश ने आरोप लगाया कि एग्जिट पोल का जिक्र करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जमीनी हकीकत यह है कि भाजपा हार रही है। वह ईवीएम के जरिए चोरी करने का प्रयास कर रही है। एग्जिट पोल उसकी इसी चोरी पर पर्दा डालने का प्रयास है। उन्होंने सवाल किया कि एग्जिट पोल की हकीकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सत्ता में बैठे लोग जो बोल रहे हैं, वहीं एग्जिट पोल में है।

भाजपा ने बोला अखिलेश पर हमला

वहीं उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने हमला बोलते हुए कहा कि परिवारवाद के प्रतीक अखिलेश यादव का हार के भय से लोकतंत्र बचाने के लिए क्रांति की बात करना महज हास्यास्पद है। लोकतंत्र व संवैधानिक संस्थाओं पर भरोसा नहीं करने वाले अखिलेश के मुंह से लोकतंत्र की बात निरर्थक है।

लोकतंत्र बचा है और बचेगा, सपा की गुंडागर्दी नहीं बचेगी। अनुराग ठाकुर, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि जनता ने सपा को कर दिया है दफा, इसलिए अखिलेश यादव दस मार्च से पहले ही कहने लगे है ईवीएम बेवफा।

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