अलीगढ़ जहरीली शराब कांड: आगरा की फोरेंसिक लैब में होगी मृतकों के विसरा की जांच
मौत का सही पता लगाने के लिए विसरा सुरक्षित रखे गए हैं। इनकी जांच अब आगरा की विधि विज्ञान प्रयोगशाला में होगी। शुक्रवार तक 80 विसरा भेज दिए गए थे। बाकी के विसरा को एक-एक करके जांच के लिए भेजा रहा है।
आगरा। यूपी के अलीगढ़ जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से अब तक 103 लोगों की मौत हो गई है। पुलिस की छापामारी में जहरीली शराब की पुष्टि हो गई। हालांकि मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
उनके विसरा जांच के लिए सुरक्षित रखे गए हैं। अब इन विसरा को जांच के लिए आगरा फोरेंसिक लैब में भेजा जा रहा है। अब तक 80 मृतकों के विसरा यहां आ चुके हैं। जांच रिपोर्ट आने पर ही मौत के सही कारण पता चल सकेगा।
103 मौत अब तक हो चुकी
मालूम हो कि अलीगढ़ में 28 मई से जहरीली शराब पीने से मौतों का सिलसिला शुरू हुआ था। मरने वाले थाना क्वार्सी, गांधी पार्क, जवां, खैर, टप्पल, महुआ खेड़ा, पिसाबा, चंडौस, गवाना आदि के रहने वाले थे। अब तक 103 की मौत हो चुकी है। पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम भी कराया। मगर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका।
मौत का सही पता लगाने के लिए विसरा सुरक्षित रखे गए हैं। इनकी जांच अब आगरा की विधि विज्ञान प्रयोगशाला में होगी। शुक्रवार तक 80 विसरा भेज दिए गए थे। बाकी के विसरा को एक-एक करके जांच के लिए भेजा रहा है। अलीगढ़ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि विसरा जांच के लिए आगरा भेजे गए हैं।
शराब में निकला था मिथाइल एल्कोहल
पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ का अभियान चलाया था। 33 आरोपियों को गिरफ्तार करके पुलिस जेल भेज चुकी है। वहीं पुलिस और आबकारी विभाग ने कार्रवाई के दौरान शराब बरामद की थी। इनके सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए। प्राथमिक जांच में मिथाइल एल्कोहल की पुष्टि हुई थी। इससे ही लोगों की जान गई। यह जहरीला होता है।
आगरा विधि विज्ञान प्रयोगशाला में पहले से ही सैकड़ों की संख्या में विसरा की जांच चल रही हैं। ऐसे में अलीगढ़ में मरने वालों के विसरा की जांच कब तक पूरी होगी? यह कहा नहीं जा सकता है। जांच रिपोर्ट मिलने में अभी समय लगेगा।
6 तस्कर को शराब माफिया घोषित किया
जिला प्रशासन ने जहरीली शराब कांड के जिम्मेदार छह तस्करों को शराब माफिया घोषित कर दिया गया है। इधर, जिला प्रशासन ने ग्रामीण क्षेत्र के रहने 63 लोगों को मुआवजा देने के लिए शासन ने सात करोड़ रुपये का बजट मांगा है ताकि बजट मिलते ही इन सभी को मुआवजा आदि देना शुरू किया जाए।
लोधा के गांव करसुआ में मुआवजा आदि मांगों को लेकर ग्रामीणों ने जहरीली शराब कांड के विरोध में धरना शुरू कर दिया है।जिला प्रशासन ने 63 मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने के लिए शासन ने सात करोड़ रुपये का बजट मांगा है ताकि बजट मिलते ही इन सभी को मुआवजा आदि देना शुरू किया जाए।
लोधा के गांव करसुआ में मुआवजा आदि मांगों को लेकर ग्रामीणों ने जहरीली शराब कांड के विरोध में धरना शुरू कर दिया है। ग्रामीणों ने प्रशासन पर इस कांड में पहले ही दिन से अनदेखी का आरोप लगाया है।
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