गजब: पत्नी की शर्त पहले रूम में एसी लगावाओ, तभी लौटूंगी ससुराल
वह सुबह नौकरी पर जाती है, शाम को लौटती है। इसके बाद पति उसे बात-बात पर टोकता है। उसके हर काम में नुक्स निकालता है। पति को देख ससुराल वाले भी उत्पीड़न करने लगे हैं। जिससे उसका काम प्रभावित हो रहा है।
आगरा। परिवार परामर्श केंद्र पर घरेलू झगड़ों के साथ ही कई अनोखे तरह के विवाद को मामले पहुंच रहे है। कोई पति की बेरोजगारी की वजह से ससुराल नहीं जा रही है तो कोई घर में सुविधाएं नहीं होने की वजह से। इन सब के बीच एक अनोखा मामला परिवार परामर्श केंद्र पहुंचा।
यहां महिला ने काउंसलर और पुलिस के अजीब शर्त रखी महिला ने कहा कि पहले वह कमरे में एसी लगवाए तभी वह ससुराल लौटेगी। पुलिस लाइन में आयोजित परिवार परामर्श केंद्र में रविवार को पति-पत्नी के बीच चल रही कई शिकायतें पहुंची।
एक महिला ने काउंसलर को बताया कि उनकी शादी एक साल पहले हुई थी। दोनों एक कंपनी में काम करते थे। एक साल पहले पति की नौकरी छूट गई। पति तब से बेरोजगार है। वह एक साल से घर की जिम्मेदारी उठा रही है। वह सुबह नौकरी पर जाती है, शाम को लौटती है।
इसके बाद पति उसे बात-बात पर टोकता है। उसके हर काम में नुक्स निकालता है। पति को देख ससुराल वाले भी उत्पीड़न करने लगे हैं। जिससे उसका काम प्रभावित हो रहा है। पति से कई बार कहा कि वह कोई नौकरी तलाश ले लेकिन वह प्रयास नहीं करता। जिसके चलते घर में आए दिन रार होने लगी। पत्नी कुछ महीने पहले मायके चली गई। उसने पति और ससुराल वालों के उत्पीड़न के खिलाफ शिकायत कर दी।
मामला परिवार परामर्श केंद्र भेजा गया। वहीं इस मामले में पति का कहना था कि पत्नी उसे आए दिन बेरोजगार होने का ताना देती है।पत्नी की शर्त सुनने के बाद कांउसलर ने पति को एक सप्ताह बाद बुलाया है। पति से इस दौरान नौकरी तलाशने की कहा है।
एसी के लिए ससुराल छोड़ा
न्यू आगरा के रहने वाले एक दंपती में शादी के दस साल बाद तकरार हो गई। जिसका कारण पत्नी के कमरे में एसी न लगा होना था। पत्नी ने पति पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत कर दी। मामला परिवार परामर्श केंद्र पहुंच गया।
पति ने काउंसलर के सामने एसी लगवाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद पत्नी उसके साथ घर आई। वहीं, देवरानी और जेठानी की तकरार भी काउंसलरों के सामने पहुंची। दोनों एक साथ रहने को तैयार नहीं थीं। काउंसलर ने देवरानी और जेठानी का चूल्हा अलग-अलग कर उनमें राजीनामा कराया।
नहीं बन पाई बात
सिकंदरा थाना क्षेत्र की रहने वाली एक दंपती की शादी को हुए तीन साल हो गए। एक बेटी है। पत्नी ने पति और ससुराल वालों द्वारा मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न की शिकायत की थी। दंपती को रविवार को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया था।
पत्नी एक साल की बेटी को लेकर आई थी। वह काउंसलिंग के बाद पति के साथ जाने को तैयार थी। मगर, पति ने घर ले जाने से मना कर दिया। उसका कहना था कि पत्नी आत्मघाती कदम उठा कर उसे और उसके परिवार समेत फंसा सकती है। जबकि पत्नी का कहना था कि वह उसे साथ न ले जाने के लिए यह सब कर रहा है। जिस पर पति के खिलाफ मुकदमे के आदेश किए गए।
12 जोड़ों में सुलह
परिवार परामर्श केंद्र प्रभारी कमर सुल्ताना ने बताया ने बताया काउंसलिंग के लिए 160 जोड़ों को बुलाया गया था। इसमें दोनाें पक्ष के 35 लोग उपस्थित हुए। काउंसलिंग के बाद 12 जोड़ों में सुलह हो गई। पांच मामलों में मुकदमे के आदेश किए गए हैं। जबकि 40 लोग को अगली तारीख दी गई है। वहीं, 51 पत्रावली का निस्तारण किया गया।
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