अमेरिका ने पाक को किया बेनकाब:दावा आतंकियों पर कार्रवाई करने में नाकामयाब रहा पाकिस्तान
अमेरिकी विदेश विभाग ने अपनी 'कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म 2020' रिपोर्ट में, बताया है कि पाकिस्तान ने आतंकवाद को वित्तपोषण देने के खिलाफ कदम उठाए और भारत पर आतंकवादी समूहों को हमले करने से रोक दिया, लेकिन उसने संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी और 2008 में हुए मुंबई हमले के मास्टर माइंड मसूद अजहर और साजिद मीर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की।
नईदिल्ली। लंबे समय से भारत विश्व समुदाय के सामने पाकिस्तान की हरकतों को उजागर करता रहा है।पाकिस्तान की सरकार पर आतंकवाद को पनाह देने की बात बताता रहा है। अब भारत की इस बात की पुष्टि अमेरिकी सरकार ने भी कर दी है।
अमेरिकी विदेश विभाग की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में कोई खास कदम नहीं उठाए हैं। मसूद अजहर जैसे आतंकवादी नेताओं के खिलाफ मुकदमा चलाने में कोई कदम नहीं उठाया है। आपको बता दें कि मुंबई के ताज होटल पर हुए हमले का मास्टर माइंड मसूद अजहर ही है।
इन आंतकियों पर नहीं हुई कार्रवाई
आपकों बता दें कि अमेरिकी विदेश विभाग ने अपनी 'कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म 2020' रिपोर्ट में, बताया है कि पाकिस्तान ने आतंकवाद को वित्तपोषण देने के खिलाफ कदम उठाए और भारत पर आतंकवादी समूहों को हमले करने से रोक दिया, लेकिन उसने संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी और 2008 में हुए मुंबई हमले के मास्टर माइंड मसूद अजहर और साजिद मीर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की।
रिपोर्ट में कहा गया है, "अफगानिस्तान को टारगेट करने वाले समूह साथ ही भारत को निशाना करने वाले समूह, जिसमें लश्कर और उसके संबद्ध फ्रंट संगठन, और जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) शामिल है, ने पाकिस्तानी क्षेत्र से काम करना जारी रखा है।"
इस रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि, "पाकिस्तान ने जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक और संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी मसूद अजहर और 2008 के मुंबई हमले के "प्रोजेक्ट मैनेजर" साजिद मीर जैसे अन्य ज्ञात आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। इनके बारे में माना जाता है कि दोनों पाकिस्तान में स्वतंत्र हैं।"
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान ने लश्कर ए-तैयबा (एलईटी) के संस्थापक हाफिज सईद और चार अन्य वरिष्ठ लश्कर नेताओं को आतंकवाद के वित्तपोषण के कई मामलों में दोषी ठहराने जैसे कुछ सकारात्मक कदम उठाए हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है, "पाकिस्तान ने 2020 में अपनी फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) एक्शन प्लान को पूरा करने की दिशा में अतिरिक्त प्रगति की है, लेकिन सभी एक्शन प्लान आइटम्स को पूरा नहीं किया और FATF की 'ग्रे लिस्ट' में बना रहा।"
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