चित्रकूट में पत्थर हटाते ही मिली प्राचीन गुफा, फोटो वायरल होते ही लगी भीड़

टीम भारत दीप |

सड़क निर्माण निर्माण के दौरान दिखाई दिया गुफा का प्रवेश द्वार।
सड़क निर्माण निर्माण के दौरान दिखाई दिया गुफा का प्रवेश द्वार।

उत्तर प्रदेश—मध्यप्रदेश की सीमा पर इस समय ​सड़क निर्माण का कार्य जारी है। सड़क निर्माण करते समय मजदूरों ने जैसे ही एक बड़ा पत्थर हटाया उनकी आंखें खुली की खुली रह गई। पत्थर हटाते ही उन्हें एक बड़ी गुफा का प्रवेश द्वार दिखाई दिया। कुछ मजदूर उत्सुकता वश गुफा में थोड़ी दूर तक गए, लेकिन डर की वजह से वापस आ गए।

चित्रकूट। उत्तर प्रदेश—मध्यप्रदेश की सीमा पर इस समय ​सड़क निर्माण का कार्य जारी है। सड़क निर्माण करते समय मजदूरों ने जैसे ही एक बड़ा  पत्थर हटाया उनकी आंखें खुली की खुली रह गई।

पत्थर हटाते ही उन्हें एक बड़ी गुफा का प्रवेश द्वार दिखाई दिया। कुछ मजदूर उत्सुकता वश गुफा में थोड़ी दूर तक गए, लेकिन डर की वजह से वापस आ गए। जैसे ही चित्रकूट वासियों को बड़ी गुफा मिलने की जानकारी हुई, ।

लोग आस्था से जोड़ते हुए उसके दर्शन करे एिल वहां पहुंचना शुरू हो गए। यह गुफा प्रख्यात तीर्थ गुप्त गोदावरी से एक किमी दूरी पर है। गुफा मिलने की सूचना और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही दर्शनार्थियों की भीड़ जुटने लगी है।

मप्र के नायब तहसीलदार ने गुफा का निरीक्षण कर उसके प्रवेश द्वार को बंद करा दिया। गुफा मिलने की रिपोर्ट पुरातत्व विभाग को भेजने की बात कहीं।नगर पंचायत चित्रकूट क्षेत्र में गोदावरी के पास से थर पहाड़ गांव के लिए नया रास्ता बनाया जा रहा है।

सड़क निर्माण के दौरान मजदूरों द्वारा एक बड़ा पत्थर हटाने पर यह गुफा दिखाई दी।मशीन ऑपरेटर व ठेकेदार ने इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को नहीं दी। सोशल मीडिया में वायरल होने पर प्रशासन सक्रिय हुआ।

चित्रकूट (मप्र) के नायब तहसीलदार ऋषि नारायण सिंह टीम के साथ पहुंचे।उन्होंने गुफा कहा कि पुरातत्व विभाग को इसकी रिपोर्ट सौंपी जाएगी। गुफा को पर्यटन के लिहाज से यह गुफा महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

इस गुफा से महज एक किमी दूरी पर श्रीराम वनवास काल का गुप्त गोदावरी पौराणिक स्थल है।माना जाता है यहीं माता गोदावरी गुप्त रूप से भगवान राम के दर्शन के लिए प्रकट हुई थीं।

तुलसी गुफा के महंत मोहित दास ने कहा कि पुरातत्व विभाग को संज्ञान लेकर गुफा का संरक्षण करना चाहिए। वहीं प्राचीन गुफा मिलने की सूचना पर लोग श्रद्धा भाव से उसके दर्शन करने के लिए पहुंचने लगे। 


संबंधित खबरें