सिंघू बॉर्डर पर धरने पर डटे किसानों पर फायरिंग कर भागे कार सवार, किसानों में आक्रोश
सफेद रंग की ऑडी कार से उतरे लोगों ने आंदोलनकारी किसानों को निशाना बनाते हुए फायरिंग की और भाग गए। इस घटना में किसी किसान को चोट नहीं आई है। यह घटना सिंघू बॉर्डर के पास टीडीआई मॉल के पास हुई थी। पुलिस का कहना है कि फायरिंग करने वाले आरोपी किसान शायद पंजाब के रहने वाले हैं।
नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि सुधारों को वापस लेने की मांग को लेकर धरना कर रहे किसानों के पर बीती रात कार चालकों ने बीति रात्रि फायरिंग करके फरार हो गए।
फायरिंग करने वाली कार में तीन लोग सवार थे, कार सवारों ने किसानों को निशाना बनाते हुए फायरिंग की।यह घटना रविवार रात की है और चंडीगढ़ नंबर की एक कार पर सवार होकर कुछ लोग आए थे। सफेद रंग की ऑडी कार से उतरे लोगों ने आंदोलनकारी किसानों को निशाना बनाते हुए फायरिंग की और भाग गए।
इस घटना में किसी किसान को चोट नहीं आई है। यह घटना सिंघू बॉर्डर के पास टीडीआई मॉल के पास हुई थी। पुलिस का कहना है कि फायरिंग करने वाले आरोपी किसान शायद पंजाब के रहने वाले हैं।
सोमवार रात 2 बजे की घटना
सिंघू बॉर्डर पर बीते साल 26 नवंबर से आंदोलनकारी किसान डटे हुए हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह घटना रविवार-सोमवार की दरम्यानी रात को 2 बजे हुई। पुलिस का कहना है कि फायरिंग करने वाले लोग पंजाब या चंडीगढ़ के हो सकते हैं। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि वे जिस कार से आए थे, वह चंडीगढ़ के नंबर की थी।
घटना की जानकारी मिलते ही हरियाणा के कुंडली से पुलिस पहुंची और मामले की जांच शुरू की। फिलहाल पुलिस आसपास की सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और कार में सवार लोगों के बारे में जानने की कोशिश कर रही है। इस कोशिश के तहत आसपास के टोल प्लाजा की सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस खंगाल रही है।
कार्रवाई की मांग
कार सवारों द्वारा किसानों पर फायरिंग के बाद किसानों में काफी आक्रोश है। किसान बोले, यदि कार्रवाई नहीं होती हम रोड का जाम करेंगे। किसानों का कहना है कि ऐसा एक साजिश के तहत यह हमला किया गया है ताकि हमारे शांतिपूर्ण आंदोलन को बदनाम किया जा सके।
यही नहीं किसानों ने कहा कि यदि पुलिस ने फायरिंग करने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया तो वे दूसरे रास्तों को भी ब्लॉक करना शुरू कर देंगे। बता दें कि पंजाब और हरियाणा के हजारों किसान सिंघू और टिकरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। इसके अलावा यूपी गेट पर दिल्ली और उत्तर प्रदेश की सीमा पर यूपी,उत्तराखंड और बिहार जैसे राज्यों के किसान डटे हुए हैं।