शादी में बज रहे डीजे से खफा होकर काजी ने किया निकाह पढ़ाने से इनकार, 25 हजार का लगाया जुर्माना
झांसी के पुलिया नंबर नौ स्थित एक परिवार में गुरसराय से बरात आनी थी। इसके लिए लड़की पक्ष खूब तैयारी की थी, बरात आने से पहले लड़की पक्ष के लोग स्वागत के लिए जुटे हुए थे। लड़की पक्ष के लोगों ने निकाह पढ़ाने के लिए काजी को बुलाया था। बरात में शामिल लोग डीजे की धुन पर नाचते हुए आ रहे थे। जैसे ही बरात शादी विवाह घर पर पहुंची तो काजी बरात में डीजे देखकर नाराज हो गए।
झांसी। यूपी के झांसी से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां शादी में खुशी मनाने के लिए डीजे बज रहा था,इससे काजी नाराज हो गया और उसने निकाह कराने से इनकार कर दिया। इसके साथ ही डीजे बजवाने वाले पर 25 हजार का जुर्माना भी लगा दिया।
काफी मान मनौवल के बाद जब शहर का कोई भी काजी निकाह पढ़ाने के लिए राजी नहीं हुआ तो लड़की व लड़के पक्ष के लोगों ने मंच से माफी मांगी। इस दौरान काजी ने 25 हजार रुपये का जुर्माना अदा करने का एलान दिया। चार घंटे के बाद निकाह की रस्म पूरी हो सकी।
डीजे देख नाराज हुआ काजी
झांसी के पुलिया नंबर नौ स्थित एक परिवार में गुरसराय से बरात आनी थी। इसके लिए लड़की पक्ष खूब तैयारी की थी, बरात आने से पहले लड़की पक्ष के लोग स्वागत के लिए जुटे हुए थे। लड़की पक्ष के लोगों ने निकाह पढ़ाने के लिए काजी को बुलाया था। बरात में शामिल लोग डीजे की धुन पर नाचते हुए आ रहे थे। जैसे ही बरात शादी विवाह घर पर पहुंची तो काजी बरात में डीजे देखकर नाराज हो गए।
कोई भी नहीं हुआ तैयार
काजी ने जब निकाह पढ़ाने से इंकार कर दिया। यह खबर सुनते ही इलाके के इमाम कारी सुलेमान, कारी सलीम, हाफिज रिजवान व हाफिज अताउल्ला सहित कई इमामों ने मौके पर पहुंचकर काजी का समर्थन किया।
काजियों को मनाने के लिए बराती और घराती पक्ष के लोग जुट गए। सभी की लाख कोशिशों के बाद भी काजी निकाह पढ़ाने के लिए राजी नहीं हुए तो लोगों ने शहर के कई काजियों से संपर्क कर निकाह पढ़ाने का आग्रह किया। स्थिति को भांपते हुए शहर का कोई भी काजी निकाह पढ़ाने के लिए तैयार नहीं हुआ।
माफी मांगने के बाद तैयार हुए काजी
जब कोई भी काजी निकाह पढ़ाने के लिए राजी नहीं हुआ तो वर वधू-पक्ष के लोगों ने अल्लाह से तौबा कर सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। वहीं काजियों ने भी 25 हजार रुपये का जुर्माना भरने का आदेश दिया। शादी घर में लगभग चार घंटे के बाद निकाह की रस्म को पूरा किया जा सका।
लड़की के चाचा ने बताया कि पूर्व में ही लड़के पक्ष के लोगों को शरीयत के तरीके से बरात लाने का आग्रह किया गया था, लेकिन बराती डीजे लेकर पहुंचे जिस पर काजी ने निकाह पढ़ाने से इंकार कर दिया था।
काजियों ने बनाया है नियम
आपकों बता दें कि झांसी के काजियों ने पहले बैठक कर यह एलान कर दिया गया था जो शादी शरीयत के नियमों के खिलाफ होगी उस शादी में शहर का कोई भी काजी निकाह नहीं पढ़ाएगा। शादी वाले परिवार को एक सप्ताह पहले ही शरीयत के तरीके से शादी करने की हिदायत दी गई थी। लेकिन बरात में डीजे होने पर निकाह पढ़ाने से इंकार कर दिया गया था। अल्लाह से तौबा करने के साथ ही सार्वजनिक रूप से माफी मांगने पर ही निकाह पढ़ाया गया है।
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