डीएपी के दाम बढ़ाए जाने पर भड़के अनिल दुबे, भाजपा सरकार को यूं सुनाई खरी—खोटी

टीम भारत दीप |
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सरकार ने डीएपी के दामों में भारी वृद्धि करके किसानों की कमर तोड़ दी है।
सरकार ने डीएपी के दामों में भारी वृद्धि करके किसानों की कमर तोड़ दी है।

दरअसल राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे एडवोकेट ने भाजपा सरकार द्वारा डीएपी के दामों में एक साथ 300रुपये प्रति बैग की गई वृद्धि को किसानों पर अत्याचार बताते हुए डीएपी के बढ़े दाम तत्काल वापस लेनें की मांग की है । उन्होंने आज लखनऊ में वार्ता के दौरान भाजपा को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि सरकार किसानों को गुलाम बनानें पर आमादा है।

लखनऊ। डीएपी के दाम बढ़ाए जाने को लेकर भड़के अनिल दुबे ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। दरअसल राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे एडवोकेट ने भाजपा सरकार द्वारा डीएपी के दामों में एक साथ 300रुपये प्रति बैग की गई वृद्धि को किसानों पर अत्याचार बताते हुए डीएपी के बढ़े दाम तत्काल वापस लेनें की मांग की है ।

उन्होंने आज लखनऊ में वार्ता के दौरान भाजपा को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि सरकार किसानों को गुलाम बनानें पर आमादा है। क्योंकि पहले से महंगाई की मार झेल रहे किसानों को महंगाई की मार से बचाने की बजाय सरकार ने डीएपी के दामों में भारी वृद्धि करके किसानों की कमर तोड़ दी है।

अनिल दुबे ने कहा कि देश का किसान पेट्रोल—डीजल, रसोईं गैस, बिजली के बढ़े दाम तथा फसलों का उचित मूल्य न मिलने के कारण पहले से परेशान है। ऐसे में अब सरकार ने महंगाई पर ध्यान देने के  बजाय किसानों को तबाह और बर्बाद करने वाले तीन कृषि कानूनों के साथ अब डीएपी का दाम 1200 रुपये से बढ़ा कर 1500 रुपये कर दिया है।

उन्होंने कहा कि देश में लगातार महंगाई बढ़ रही है लेकिन सरकार किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य  देनें मे पूरी तरह फेल रही है । उन्होंने बताया कि पिछले 4 वर्षों में गन्ने के दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई और न ही लागत का डेढ़ गुना देनें पर ही विचार किया गया।

अनिल दुबे ने सरकार से किसानों का शोषण बंद कर डीएपी के साथ—साथ पेट्रोल डीजल रसोईं गैस व बिजली के बढ़े दामों को तत्काल वापस लेने की मांग उठाई।
 


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