पायलट पर कार्रवाई से राजस्थान कांग्रेस में इस्तीफों की बाढ़, गुर्जर बहुल इलाकों में अलर्ट
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सचिन पायलट ने ट्विटर पर अपने बायो से कांग्रेस का नाम हटा दिया है। जितिन प्रसाद ने बयान जारी कर कहा कि 'पायलट ने पार्टी के लिए समर्पित होकर कार्य किया।
जयपुर। कांग्रेस ने सचिन पायलट को राजस्थान सरकार में उपमुख्यमंत्री और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से हटा दिया है। उनके समर्थक मंत्री विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा से मंत्री पद छीन लिया गया है। इसके बाद से सचिन पायलट के समर्थक कांग्रेसियों में इस्तीफा देने का दौर शुरू हो गया है। पायलट पर इस कार्रवाई के बाद से प्रदेश के गुर्जर बहुल जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। बुधवार को सचिन पायलट बयान जारी कर अपना पक्ष रख सकते हैं। वहीं उन्होंने ट्विटर पर अपने बायो से कांग्रेस पार्टी का नाम हटा दिया है। सचिन पायलट के पक्ष में जितिन प्रसाद ने बयान जारी कर कहा कि श्पायलट ने पार्टी के लिए समर्पित होकर कार्य किया।
दिनभर बहुत कुछ घटा
गौरतलब है कि राजस्थान में लगातार पांच दिन से अशोक गहलोत सरकार संकट में घिरी हुई है। इसकी वजह कोई और नहीं बल्कि उनके डिप्टी सीएम रहे सचिन पायलट ही हैं। मंगलवार को विधायक दल की बैठक में कांग्रेसी आलाकमान के बुलावे के बावजूद न तो सचिन पायलट न ही उनके समर्थक विधायक वहां पहुंचे। बैठक एक घंटे देर से शुरू हुई लेकिन इंतज़ार खत्म नहीं हुआ। बैठक में प्रस्ताव पारित कर सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री पद और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया।
इन लोगों ने दिया इस्तीफा
सिर्फ सचिन पायलट ही नहीं उनके समर्थक मंत्री विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा से मंत्री पद छीन लिया गया है। इसके बाद से सचिन समर्थक में गहरी नाराज़गी देखने को मिलने लगी। एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया ने इस्तीफा दे दिया। उन्हीं के नक्शेक़दम पर चलते हुए महासचिव शिव प्रकाश गुर्जर का भी इस्तीफा आ गया। उन्होंने कहा कि सचिन पायलट के साथ मरते दम तक रहेंगे। वह सचिन के समर्थक माने जाते हैं। दौसा ज़िले में कई पदाधिकारियों के इस्तीफा देने की बात सामने आई। अजमेर देहात जिला कांग्रेस के महासचिव तो करनोस से पूर्व सरपंच ने इस्तीफा दे दिया। इसी तरह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुशील आसोपा के भी इस्तीफा देने की बात सामने आई है। वहीं यूथ कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मुकेश भाकर ने कहा कि वह चुनाव जीतकर अध्यक्ष चुने गए हैं उन्हें हटाने का हक़ किसी के पास नहीं है।
अतिरिक्त फोर्स लगाई गई
मालूम हो कि सचिन पायलट राजस्थान में बड़े गुर्जर नेता के रूप में पहचाने जाते हैं। उन पर हुई कार्रवाई को लेकर जहां उनके समर्थकों में नाराज़गी के बाद इस्तीफ़ा देने का दौर जारी है तो गुर्जर समाज भी इसको लेकर कड़ा रूख अख्तियार कर सकता है। इसी संभावना को देखते हुए राजस्थान पुलिस मुख्यालय से गुर्जर बाहुल्य इलाके जैसे दौसा, बानसूर, कोटापूतली, अजमेर, भीलवाड़ा, धौलपुर, टोंक, सवाई माधोपुर, भरतपुर समेत अन्य ज़िलों में अलर्ट जारी किया गया है। यहां अतिरिक्त पुलिस फोर्स के साथ—साथ इंटेलीजेंस को भी सर्तक रहने के आदेश दिया गया है।
बयान जारी कर रखेंगे अपना पक्ष
समाचार है कि सचिन पायलट बुधवार को बयान जारी कर अपना पक्ष रख सकते हैं। सबकी नज़रें अब उनके बयान पर टिक गईं हैं। क्योंकि अभी तक सचिन पायलट ने सामने आकर कुछ नहीं कहा है। हालांकि उन्होंने कुछ एक चैनल को बयान ज़रूर दिया है। सचिन पायलट ने अपने ट्वीटर हैंडल से कांग्रेस का नाम हटा दिया है। वहीं दूसरी ओर सचिन पायलट की जगह प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किए गए गोविंद सिंह डोटासरा आज ही पदभार संभाल सकते हैं। डोटासरा को लेने के लिए गाड़ियां पहुंच चुकी हैं। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर ने बयान दिया है कि सचिन पायलट के लिए भाजपा के दरवाज़े खुल हुए हैं। कांग्रेस ने पायलट के साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया।