बाहुबली विधायक विजय मिश्रा की मुश्किलें और बढ़ीं, अब इस मामले में दर्ज हुई एफआईआर

टीम भारत दीप |

उनकी पत्नी और बेटा फरार चल रहे हैं.
उनकी पत्नी और बेटा फरार चल रहे हैं.

राज्य मानवाधिकार आयोग उत्तर प्रदेश को एक पत्र भेजा था जिसमें विधायक पर रिश्तेदार द्वारा दर्ज मुकदमे की विवेचना सीबीसीआईडी अथवा अन्य संस्थाओं के द्वारा कराने की मांग की गई थी जबकि महिला ग्राम प्रधान का कहना है कि उसकी तरफ से ऐसा कोई पत्र नहीं भेजा गया है.

भदोही। यूपी के भदोही जनपद की ज्ञानपुर विधानसभा सीट से बाहुबली विधायक विजय मिश्रा की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। एक महिला ग्राम प्रधान ने विधायक विजय मिश्रा पर गोपीगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि ग्राम प्रधान के लेटर पैड का गलत तरीके से प्रयोग कर विधायक ने राज्य मानवाधिकार आयोग उत्तर प्रदेश को एक पत्र भेजा था जिसमें विधायक पर रिश्तेदार द्वारा दर्ज मुकदमे की विवेचना सीबीसीआईडी अथवा अन्य संस्थाओं के द्वारा कराने की मांग की गई थी जबकि महिला ग्राम प्रधान का कहना है कि उसकी तरफ से ऐसा कोई पत्र नहीं भेजा गया है।

गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के कौलापुर ग्राम पंचायत की ग्राम प्रधान उषा देवी ने गोपीगंज कोतवाली में तहरीर देकर विधायक विजय मिश्रा पर आरोप लगाया है कि ग्राम विकास योजना के उपयोग करने के लिए उनका लेटर पैड लिया था। विधायक द्वारा लेटर पैड का उपयोग अपने निजी प्रयोजन के लिए करते हुए बेईमानी व धोखा देकर राज्य मानवाधिकार आयोग उत्तर प्रदेश को एक पत्र लिखा गया।

जिसमें विधायक और उनके परिजनों पर दर्ज मुकदमे की विवेचना सीबीसीआईडी अथवा अन्य संस्थाओं से कराए जाने की मांग की गई थी। मामले में ग्राम प्रधान ने गोपीगंज कोतवाली में तहरीर देकर आरोप लगाया है कि उनके लेटर पैड का गलत तरीके से प्रयोग किया गया है। जिस मामले में गोपीगंज कोतवाली में धारा 419,420,467,468 और 471 में अभियोग पंजीकृत किया गया है।

आपको बता दे की विधायक विजय मिश्रा के रिश्तेदार कृष्ण मोहन तिवारी ने विधायक उनकी पत्नी और बेटे पर प्रॉपर्टी पर कब्जा करने समेत कई आरोप लगाए थे। जिसमें मुकदमा दर्ज किया गया था विधायक वर्तमान में उस मामले में चित्रकूट जेल में बंद हैं।

जबकि उनकी पत्नी और बेटा फरार चल रहे हैं। आरोप लगाया गया है कि उसी मुकदमे की विवेचना भदोही पुलिस से न कराकर किसी सीबीसीआईडी अथवा किसी अन्य संस्थान से कराए जाने की मांग को लेकर ग्राम प्रधान के लेटर पैड का प्रयोग किया गया था। 


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