किसानों के समर्थन में आया एक और एनडीए का सहयोगी दल, शाह को पत्र लिखकर नाता तोड़ने की दी धमकी
एनडीए के सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। उन्होंने मोदी सरकार से तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कानून वापस न लेने पर एनडीए छोड़ने की धमकी भी दी है।
नई दिल्ली। मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर चल रहे किसान आन्दोलन धीरे-धीरे जोर पकड़ता जा रहा है। इसी बीच एनडीए के सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है।
उन्होंने मोदी सरकार से तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कानून वापस न लेने पर एनडीए छोड़ने की धमकी भी दी है। केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की घटक राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने केंद्र सरकार से हाल में लागू कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की है।
पार्टी का कहना है कि अगर इस मामले में त्वरित कार्रवाई नहीं की गई तो वह एनडीए का सहयोगी दल बने रहने पर पुनर्विचार करेगी। आरएलपी के संयोजक व राजस्थान के नागौर लोकसभा क्षेत्र से सांसद हनुमान बेनीवाल ने सोमवार को इस बारे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को संबोधित कर एक ट्वीट भी किया।
जिसमें उन्होंने लिखा है कि अमित शाह जी, देश में चल रहे किसान आंदोलन की भावना को देखते हुए हाल ही में कृषि से सम्बंधित लाए गए तीन विधेयकों को तत्काल वापस लिया जाए व स्वामीनाथन आयोग की सम्पूर्ण सिफारिशों को लागू करें व किसानों को दिल्ली में त्वरित वार्ता के लिए उनकी मंशा के अनुरूप उचित स्थान दिया जाए।
बेनीवाल ने आगे लिखा कि चूंकि आएलपी, राजग का घटक दल है परन्तु आरएलपी की ताकत किसान व जवान है, इसलिए अगर इस मामले में त्वरित कार्रवाई नहीं की गई तो हमें किसान हित में राजग का सहयोगी दल बने रहने के विषय पर पुनर्विचार करना पड़ेगा।
बताते चलें कि आएलपी व भाजपा ने गत लोकसभा चुनाव गठबंधन में लड़ा था जिसके तहत भाजपा ने राज्य में 25 में से एक सीट आरएलपी को दी। यहां नागौर सीट से बेनीवाल सांसद चुने गए। वहीं विधानसभा में आरएलपी के तीन विधायक हैं।