कोरोना संक्रमित दुष्कर्म के आरोपी आसाराम को आईसीयू में किया शिफ्ट
सांस लेने में समस्या होने के बाद बुधवार रात आसाराम को अस्पताल ले जाया गया। हालत में सुधार नहीं होने पर उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है और उनकी हालत स्थिर बताई गई है। कोविड-19 परीक्षण के लिए अन्य कैदियों के साथ उनके सैंपल गए थे इसके बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
जोधपुर। 16 साल की किशोरी से दुष्कर्म के आरोप में जेल में सजा काट रहे तथाकथित धर्मगुरु आसाराम बापू इस कोरोना संक्रमित हो गए है। संक्रमित होने के कारण दिन प्रतिदिन उनकी तबीयत खराब होती जा रही है।
जोधपुर में एमडीएम अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराने के बाद उन्हें अब वेंटिलेटर पर रखा गया है। मालूम हो कि गत रात्रि सांस लेने में तकलीफ होने और बुखार आने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत में सुधार नहीं होने पर आईसीयू में शिफ्ट किया गया है।
मालूम हो कि जेल के कैदियों का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था। रिपोर्ट आने पर तथाकथित बाबा समेत कई कोरोना संक्रमित पाए गए थे।जेल के एक अधिकारी ने किया है कि 80 वर्षीय आसाराम ने बेचैनी की शिकायत की थी और जब वे उन्हें अस्पताल ले गए तो उनका ऑक्सीजन स्तर बेहद कम था।
बुधवार की रात, बुखार और सांस की शिकायत के कारण उनकी हालत बिगड़ गई,इसके बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दुष्कर्मी बाबा के बीमार होने की खबर सुनकर उसके अनुयायी अस्पताल पहुंचे और अस्पताल में घुसने की कोशिश करने लगे।
पुलिस को अनुयायियों को रोकने में काफी मशक्कत करनी पड़ी था। इस दौरान दो महिला अनुयायियों को हिरासत में लिया गया। आसाराम बापू को जोधपुर एम्स में भेजने की तैयारी की जा रही है, आसाराम बापू के साथ 12 अन्य कैदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
खराब स्वास्थ्य के कारण मांगी थी बेल
आसाराम बापू ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए बेल की मांग की थी, वर्तमान में, वह जोधपुर जेल में अपनी सजा काट रहा है। उन्होंने अपनी सजा के खिलाफ राजस्थान उच्च न्यायालय में अपील भी दायर की थी।
2013 में, 16 साल की लड़की ने आसाराम पर जोधपुर के पास मणाई आश्रम में उसके साथ बलात्कार करने का आरोप लगाया। 2014 में आसाराम बापू को गिरफ्तार किया गया था।