प्रेमिका से रिश्ता जारी रखने आशिक ने गांव में कराई शादी, बीच में आने पर रास्ते से हटाया
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी निवासी पवन हत्याकांड का पुलिस ने रविवार को खुलासा करते हुए आरोपित पत्नी और उसके प्रेमी को मीडिया के सामने रखा । इसके बाद जो सच्चाई सामने आई उस पर किसी को विश्वास नहीं हो रहा है। पवन की हत्या की साजिश उसकी पत्नी ने अपने आशिक के साथ मिलकर रची थी।
बाराबंकी। अवैध संबंध को जारी रखने के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते । बाराबंकी के एक युवक ने अपने प्रेमिका से रिश्ता बनाए रखने के लिए अपने गांव में उसका विवाह 9 साल पहले कराया। इसके बाद दोनों का मिलना-जुलना लगातार जारी रहा ।
इस बीच उसके पति ने आशिक के दिए उपहार को गिरवी रख दिया। इससे नाराज उसकी पत्नि ने ऐसी प्लानिंग की उसे इस दुनिया से विदा हो गया। इसका खुलासा पुलिस ने रविवार को किया। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी निवासी पवन हत्याकांड का पुलिस ने रविवार को खुलासा करते हुए आरोपित पत्नी और उसके प्रेमी को मीडिया के सामने रखा ।
इसके बाद जो सच्चाई सामने आई उस पर किसी को विश्वास नहीं हो रहा है। पवन की हत्या की साजिश उसकी पत्नी ने अपने आशिक के साथ मिलकर रची थी। इस अंधे हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने मृतक की पत्नी और उसके आशिक को गिरफ्तार किया है।
प्रेमिका से अवैध संबंध जारी रखने के लिए उसके आशिक ने 9 साल पहले गांव के ही पवन से विवाह करा दिया था। इस बीच पति को शराब पीने की लत लग गई और उसने पत्नी के गहने गिरवी रख दिए जिसे उसके आशिक ने दिए थे। इससे पत्नी इतनी नाराज हो गई कि उसे दुबई भिजवाने की योजना बना ली। लाॅकडाउन के कारण जब योजना फेल हो गई तो फिर उसे दुनिया से हटाने का मन बना लिया।
9 साल से चल रहा था प्रेम -प्रसंग
एसपी यमुना प्रसाद ने बताया कि आरोपित अजय सिंह का अपनी बहन की जेठानी की पुत्री से अवैध संबंध था। मुलाकात का सिलसिला जारी रहे इसलिए साजिशन 2012 में अजय ने प्रेमिका का विवाह अपने ही गांव के पवन कुमार से करा दिया था।
दुबई भिजवाने की योजना बनाई
पवन से पीछा छुड़ाने के लिए पत्नी ने आशिक अजय के साथ मिलकर भेलसर अयोध्या के कलीम को 70 हजार रुपये देकर दुबई भेजने तैयारी की, पर लॉकडाउन के कारण पासपोर्ट व वीजा नहीं बन सका।
इसके बाद अजय ने अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर उसके पति पवन की हत्या की साजिश बनाई। 16 सितंबर 2020 को अजय ने पवन को तीन बोतल शराब पिलाकर अचेत कर दिया और फिर उसे गोमती नदी में ले जाकर फेंक दिया।
144 दिन बाद खुला राज
हैदरगढ़ पुलिस ने 144 दिन बाद इस हत्याकांड का खुलासा किया ।एसपी ने पुलिस टीम को 15 हजार रुपये का पुरस्कार दिया गया है। एसपी यमुना प्रसाद ने रविवार को बताया कि असंदरा के बेहटा घाट में पीपापुल पर 16 सितंबर को एक शव मिला था।
बाइक टीकाराम बाबा घाट के पास हैदरगढ़ में मिली थी। नाले में मिले शव की शिनाख्त सुबेहा के ताला रुकनुद्दीनपुर के पवन कुमार के रूप में हुई। मृतक के भाई लवलेश बहादुर ने अज्ञात पर हत्या का मुकदमा कराया था।
वारदात में मृतक के गांव का ही अजय प्रताप सिंह उर्फ बब्लू सिंह और पवन की पत्नी शिम्मी उर्फ निशा शामिल थे। साक्ष्यों के आधार पर कोतवाल हैदरगढ़ धर्मेंद्र कुमार सिंह ने रविवार भोर पहले अजय को टीकाराम मंदिर के पास से और पवन की पत्नी को ग्राम अलमापुर से गिरफ्तार किया।