फिरोजाबाद में शराब के नशे में धुत होकर सो गया एएसएम, 12 ट्रेनें जगह-जगह हुई खड़ी
स्टेशन के होम सिग्नल न मिलने पर ट्रेनें खड़ी हो गईं। इसके बाद एक के बाद एक अप व डाउन ट्रेनें एक के पीछे एक खड़ी होती चली गईं। काफी समय तक ट्रेनों के खड़े होने पर रेल चालकों ने टूंडला नियंत्रण कक्ष से जानकारी ली। जब नियंत्रण कक्ष ने एएसएम को फोन लगाया तो रिसीव नहीं हुआ। फोन न उठने पर ट्रेन चालक परेशान हो गए।
फिरोजाबाद। कानपुर रेलखंड पर कंचौसी रेलवे स्टेशन पर ड्यूटी पर तैनात सहायक स्टेशन मास्टर शराब पीकर सो गया। इस वजह से ट्रेनों का परिचालन ठप्प हो गया। यह तो अच्छा रहा कि यह रेल मार्ग आटोमेटिक सिग्नल प्रणाली से जुड़ा रहा, अन्यथा यहां बड़ा हादसा हो सकता था।
गाड़ियों के जहां-तहां खड़े होने से रेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। करीब दो घंटे बाद (करीब दो बजे) स्टेशन अधीक्षक ने पहुंचकर रेल परिचालन शुरू कराया। इस दौरान करीब 12 मेल/एक्सप्रेस और मालगाड़ियां प्रभावित रहीं। रेलवे ने एएसएम को निलंबित करते हुए उसका मेडिकल कराया है।
आपकों बता दें कि यह घटना गुरुवार रात्रि करीब 12 बजे की है। कंचौसी रेलवे स्टेशन पर सहायक स्टेशन मास्टर अनिरुद्ध कुमार की लास्ट ड्यूटी थी। एएसएम ने चार्ज संभालने के बाद जमकर शराब पी लिया। इसके साथ ही रात्रि करीब 12:15 बजे वह सो गया। इस दौरान स्टेशन के होम सिग्नल न मिलने पर ट्रेनें खड़ी हो गईं।
इसके बाद एक के बाद एक अप व डाउन ट्रेनें एक के पीछे एक खड़ी होती चली गईं। काफी समय तक ट्रेनों के खड़े होने पर रेल चालकों ने टूंडला नियंत्रण कक्ष से जानकारी ली। जब नियंत्रण कक्ष ने एएसएम को फोन लगाया तो रिसीव नहीं हुआ। फोन न उठने पर ट्रेन चालक परेशान हो गए।
इधर ट्रेनों के न गुजरने से मामला संदिग्ध होता गया। बिना किसी कारण के ट्रेनों को सिग्नल न मिलने और ट्रेनों के खड़े रहने से रेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। तत्काल नियंत्रण कक्ष के निर्देश पर स्टेशन अधीक्षक विशंभर दयाल को भेजा गया।
स्टेशन अधीक्षक ने सोए एएसएम को पानी डालकर जगाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं उठा। उसके मुंह से शराब की दुर्गंध आ रही थी। ऐसे में उन्होंने खुद ही कमान संभालते हुए रात्रि दो बजे करीब रेल संचालन शुरू कराया। उन्होंने इसकी जानकारी कंट्रोल रूम व रेल अधिकारियों को दी।
एएसएम को निलंबित कर टूंडला में कराया गया मेडिकल
शुक्रवार सुबह फफूंद स्टेशन अधीक्षक अर्जुन सिंह ने मामले की जानकारी आरपीएफ फफूंद को दी। आरपीएफ ने आरोपी स्टेशन मास्टर अनिरुद्ध कुमार को मगध एक्सप्रेस से टूंडला डीटीएम जे संजय कुमार के समक्ष पेश किया। यहां से उसे रेलवे हॉस्पिटल मेडिकल के लिए भेजा दिया। स्टेशन अधीक्षक विशंभर दयाल ने बताया कि वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक प्रयागराज ने शराब के नशे में ड्यूटी करने पर सहायक स्टेशन मास्टर को निलंबित कर दिया है।
ये गाड़ियां रहीं प्रभावित
इस दौरान करीब 12 ट्रेनें प्रभावित रहीं। ट्रेनों को सिग्नल न मिलने से डाउन मगध एक्सप्रेस, फरक्का एक्सप्रेस, वैशाली एक्सप्रेस, संगम एक्सप्रेस सहित मालगाड़ी फफूंद एवं झींझक रेलवे स्टेशन के बीच खड़ी रहीं। पिछले कुछ वर्षों में टूंडला-कानपुर रेलखंड को इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग ऑटोमैटिक सिग्नल प्रणाली से जोड़ दिया गया है।
रेलवे के इंजीनियरों की मानें तो अगर यह प्रणाली रेल ट्रैक पर प्रभावी नहीं होती तो एएसएम की इस गलती से गंभीर रेल हादसा हो सकता था। रेलवे की इस हाईटेक प्रणाली से एक ट्रेन के गुजरते ही सिग्नल रेड हो जाते हैं, जिससे पीछे आने वाली ट्रेन जब तक सिग्नल ग्रीन न हो आगे नहीं जा सकती।
इस ऑटोमैटिक सिग्नल प्रणाली से ही रेल हादसों पर ब्रेक लगे हैं। इस संबंध में प्रयागराज पीआरओ अमित कुमार सिंह का कहना है कि एएसएम के ड्यूटी के दौरान सो जाने पर ट्रेनें प्रभावित हुई। मामले में एएसएम का मेडिकल कराते हुए चार्जसीट देकर निलंबित कर दिया गया है। मामले जांच की जा रही है।
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