विधानसभा चुनाव: गड़बड़ियां रोकने के लिए चुनाव आयोग 50 प्रतिशत बूथों की करेगा वेबकास्टिंग
बूथ के चयन निर्णय डीएम यानी जिला निर्वाचन अधिकारी को लेना है। इसके लिए डीएम सभी मतदान केन्द्रों का जायजा लेने के बाद तय करेंगे कि किस बूथ पर का वेबकास्टिंग कराई जानी है। पिछले चुनाव में महज दस फीसदी पोलिंग बूथों की ही वेबकास्टिंग करवाई गयी थी।
लखनऊ। यूपी में नए साल के शुरूआती महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों के साथ ही चुनाव आयोग दिन—रात तैयारी में जुटा है। इस क्रम निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए चुनाव आयोग बड़ा कदम उठाने जा रहा है। इस कदम के तहत बूथों की निगरानी के जिलए जबरदस्त व्यवस्था की जा रही है। केन्द्रीय चुनाव आयोग ने आदेश दिये हैं कि यूपी के कम से कम पचास फीसदी पोलिंग बूथ की वेबकास्टिंग करवाई जाए।
डीएम करेंगे बूथ का चयन
आपकों बता दे कि बूथ के चयन निर्णय डीएम यानी जिला निर्वाचन अधिकारी को लेना है। इसके लिए डीएम सभी मतदान केन्द्रों का जायजा लेने के बाद तय करेंगे कि किस बूथ पर का वेबकास्टिंग कराई जानी है। पिछले चुनाव में महज दस फीसदी पोलिंग बूथों की ही वेबकास्टिंग करवाई गयी थी। मतदान के दौरान होने वाले विवादों और शिकायतों के निस्तारण के लिए इस बार चुनाव आयोग और पुख्ता इंतजाम करने जा रहा है।
इस बार एक लाख 80 हजार बूथ
चुनाव आयोग से मिली जानकारी के अनुसार इस बार प्रदेश में कुल पोलिंग बूथ की संख्या 01 लाख 80 हजार के करीब है। इनमें कम से कम 50 प्रतिशत बूथों यानी लगभग नब्बे हजार बूथों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की जाएगी। जरूरत के हिसाब से इस संख्या को बढ़ाया भी जा सकेगा। मतदान के दौरान डीएम कार्यालय, मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय और केन्द्रीय चुनाव आयोग के कण्ट्रोल रूम के जरिये मतदान की निगरानी की जाएगी।
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