बलिया कांड: सात महिलाओं ने दी आत्मदाह की धमकी, वीडियो वायरल मौके पहुंचे अधिकारी
बलिया में 15 अक्टूबर से शुरू हुआ विवाद जिला प्रशासन के लिए मुसीबत साबित होता जा रहा है। इस विवाद से संबधित एक और वीडियों गुरुवार रात को वायरल हुआ। इस वीडियो के वायरल होते ही क्षेत्र में तनाव बढने लगा।
बलिया। बलिया में 15 अक्टूबर से शुरू हुआ विवाद जिला प्रशासन के लिए मुसीबत साबित होता जा रहा है। इस विवाद से संबधित एक और वीडियों गुरुवार रात को वायरल हुआ। इस वीडियो के वायरल होते ही क्षेत्र में तनाव बढने लगा।
अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर किसी तरह मामले को संभाला। दुर्जनपुर हत्याकांड के मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह डब्लू की ओर से एफआईआर दर्ज न होने पर उनके घर की महिलाओं ने सामूहिक आत्मदाह की धमकी देते हुए वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।
वीडियो में महिलाओं ने अपनी बात रखते हुए कहा कि यदि एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो घर की सभी सात औरतें आत्मदाह कर लेंगी। इस वीडियो के सामने आने से प्रशासन में हड़कंप मच गया। धीरेंद्र प्रताप सिंह के घर के बाहर अधिकारियों और पुलिस का जमावड़ा लगा रहा।
आत्मदाह की भनक लगते ही एसडीएम सिकंदरपुर संगम लाल, सीओ बांसडीह दीपचंद व एसएचओ बैरिया संजय त्रिपाठी धीरेंद्र के घर पहुंचे और महिलाओं को समझाने का प्रयास शुरू किया। काफी समझाने पर भी महिलाएं कुछ सुनने को तैयार नहीं हुईं तो अधिकारियों ने उन्हें हर हाल में शुक्रवार को एफआईआर की कॉपी देने का आश्वासन दिया।इसके बाद महिलाएं मानीं और आत्मदाह को शुक्रवार तक के लिए टाल दिया।
महिलाओं का वीडियो वायरल होते ही जिले भर से क्षत्रिय समुदाय के दर्जनों लोग पहुंच गए। उन्होंने महिलाओं को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थीं। बाद में अधिकारियों के मनाने पर किसी तरह महिलाएं घर के अंदर गईं।
पुलिस की गिरफ्त में आए धीरेंद्र ने बताया था कि 15 अक्तूबर को राशन की दुकान को लेकर बुलाई गई पंचायत में लगभग 2000 लोग इकट्ठा हुए थे। इसमें एक पक्ष धीरेंद्र का और दूसरा पक्ष कृष्ण कुमार यादव का था। पंचायत के दौरान कृष्ण कुमार यादव व उनके साथियों से कहासुनी हो गई।
इसी दौरान विपक्षियों ने गोली चला दी, जिससे उनका भतीजा गोलू सिंह और 5-6 महिलाएं घायल हो गईं। गोलू सिंह की बाद में मौत हो गई। जवाब में धीरेंद्र के पक्ष की ओर से फायरिंग की गई जिसमें जय प्रकाश पाल की मौत हो गई।