बाराबंकी: हार से खिसियाए पूर्व प्रधान ने खुदवा डाली अपने कार्यकाल में बनवाई सड़क
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पूर्व प्रधान की मनमानी को अबकी बार जनता ने पंचायत चुनाव में आईना दिखा दिया। इस हार को वह बर्दाश्त नहीं कर सका और हार से बौखलाकर जेसीबी से सड़क खुदवा डाली।
बाराबंकी। जनता जर्नादन होती है। जिसको उसने कुर्सी से उतारने का मन बना लिया उसे उतार दी देती है। ऐसे में जनता के मन को समझना जरूरी होता है। लेकिन बाराबंकी से ऐसी खबर आई है जहां पंचायत चुनाव में हार से खिसियाए पूर्व प्रधान ने अपने कार्यकाल के दौरान जनता की सुविधा के लिए जनता के पैसों से ही बनवाई गई सड़क को ही खुदवा डाला।
इसको लेकर लोगों में काफी गुस्सा है। वहीं अफसर अब इस पर कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं। दरअसल पूर्व प्रधान की मनमानी को अबकी बार जनता ने पंचायत चुनाव में आईना दिखा दिया। इस हार को वह बर्दाश्त नहीं कर सका और हार से बौखलाकर जेसीबी से सड़क खुदवा डाली।
बताया गया कि प्रधान पद पर इस बार भी ताल ठोंकने वाले पूर्व प्रधान को जीत का पूरा भरोसा था, लेकिन जनता ने उन्हें सिरे से नकार दिया। बस फिर क्या था, उन्होंने अपने कार्यकाल में बनवाई गई सड़क को खुदवा डाला। बताया गया कि यह सड़क उनके ही कार्यकाल में आठ साल पहले बनाई गई थी। बताते चलें कि इस बार पंचायत चुनाव में साइना गांव के निवासी रामबाबू शुक्ला यहां से प्रधान चुने गए हैं।
जानकारी के मुताबिक यह मामला बाराबंकी जिले के सुबेहा थाना क्षेत्र की रोहना मीरपुर ग्राम पंचायत के अहिरन सरैयां ग्राम का है। बताया गया कि यहां के पूर्व प्रधान दीपक कुमार तिवारी का नाम पंचायत चुनाव परिणाम में तीसरे नंबर पर आया तो बौखलाकर उनका गुस्सा फूट पड़ा। बताया गया कि बौखलाए दीपक ने अपने गुर्गों के साथ जेसीबी लगाकर अपने कार्यकाल में बनाई सड़क को खुदवा डाला।
यह सड़क करीब 200 मीटर लंबी थी। ग्रामीणों के मुताबिक दीपक ने यह सड़क आठ साल पहले तब बनवाई थी जब वे प्रधान हुआ करते थे। बताया गया कि इसके बाद एक बार चुनाव हार गए थे। हालांकि इस चुनाव से पहले दीपक ही प्रधान थे। वहीं गांव के एक अन्य पूर्व प्रधान कृपा शंकर तिवारी के मुताबिक इस बार चुनाव में दीपक तिवारी तीसरे नंबर पर रहे हैं।
बताया गया कि चुनाव में नतीजा आने के बाद दीपक को पता चला कि अहिरन सरैयां गांव से कम वोट उन्हे मिले हैं। इस पर वह अपने गुर्गों के साथ जेसीबी लेकर वहां पहुंचे और सड़क खुदवा डाली। बताया गया कि ग्रामीणों ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की है। ग्रामीणों के अनुसार अफसरों ने जांच कराकर कार्रवाई करने की बात कही है।