यूपी में बेसिक शिक्षकों को भी होम आइसोलेशन के दौरान माना जाएगा वर्क फ्राॅम होम

टीम भारत दीप |
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यह नियम सत्र 2020-21 के लिए लागू होगा।
यह नियम सत्र 2020-21 के लिए लागू होगा।

किसी विद्यालय में कोई शिक्षक कोरोना पाॅजिटिव पाया जाता है, तो उस विद्यालय के स्टाफ के होम आइसोलेशन में रहने के दौरान की अवधि को वर्क फ्राॅम होम माना जाए।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री के निर्देश के बाद महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने शिक्षकों को कोरोना के कारण होम आइसोलेशन के दौरान वर्क फ्राॅम होम माने जाने का आदेश जारी कर दिया है। सभी जिला बेसिक शिक्षाधिकारियों से वर्तमान सत्र के लिए यह नियम लागू करने को कहा गया है। 

बता दें कि बेसिक शिक्षा मंत्री डाॅ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने 18 अगस्त को महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद को लिखे पत्र में निर्देश दिया था कि यदि किसी विद्यालय में कोई शिक्षक कोरोना पाॅजिटिव पाया जाता है, तो उस विद्यालय के स्टाफ के होम आइसोलेशन में रहने के दौरान की अवधि को वर्क फ्राॅम होम माना जाए। 

मंगलवार को महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने उत्तर प्रदेश के सभी बेसिक शिक्षाधिकारियों को लिखे पत्र में शिक्षकों के होम आइसोलेशन में रहने की अवधि को वर्क फ्राॅम होम मानने के आदेश दिए हैं। अपने आदेश में उन्होंने लिखा है कि यह नियम सत्र 2020-21 के लिए लागू होगा। 

महानिदेशक स्कूल शिक्षा के आदेश के क्रम में वाराणसी के जिला बेसिक शिक्षाधिकारी राकेश सिंह ने दिशा निर्देश जारी किए हैं- 

बता दें कि उत्तर प्रदेश में स्कूल खुलने के बाद कई शिक्षकों के कोरोना संक्रमित होने के मामले सामने आए। अधिकतर शिक्षकों को लंबी यात्रा कर सुदूर गांवों में स्कूल पहुंचना होता है। 


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