हाथों की मेहंदी छूटने से पहले उजड़ गया सुहाग, पढ़ें​ दिल दहला देने वाली खबर

टीम भारत दीप |

जवान बेटे को खोकर पिता, मां, भाई और बहन सब बेसुध थे।
जवान बेटे को खोकर पिता, मां, भाई और बहन सब बेसुध थे।

शादी के बाद दूल्हा घर पहुंचा और पहली ही रात को गायब हो गया। फिर उसकी लाश मिली। हर कोई इस घटना से दुखी है। नई नवेली दुल्हन सरला अपनी किस्मत को कोस रही है। जिसे पति का साथ एक दिन को भी नहीं मिला। सारे सपने टूट गए।

पीलीभीत। बड़े अरमानों के साथ वह डोली चढ़कर ससुराल पहुंची थी, भगवान ने उसे चंद घंटे भी खुश रहने का मौका नहीं दिया।

ससुराल पहुंचने के बाद शाम को उसका पति घर से गायब हो गया। पहले तो लोग समझे कहीं गया होगा, जब देर रात तक नहीं लौटा तो घर वाले परेशान हो गए। तलाश शुरू की लेकिन कहीं नहीं पता चला दो दिन बाद नवविवाहित युवक का शव पेड़ से लटके मिलने से घर में कोहराम मच गया।

परिवार वालों के साथ ही घर आई दुल्हन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा सभी का रो- रोकर बुरा हाल हो गया। युवक की मौत की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची तो परिजनों ने हत्या का आरोप लगाकर शव नहीं उतारने दिया। 

जानकारी के अनुसार पीलीभीत जिले के गांव सिसइया साहब के परमाल सिंह यादव का बिलसंडा रामनगर कॉलोनी में मकान है। नौ दिसम्बर को उनके छोटे बेटे लोकेन्द्र की शादी हुई। लोकेन्द्र गांव के प्रथान थे। बारात शाहजहांपुर के बंडा क्षेत्र के गांव नरेन्द्रपुर के महेन्द्र पाल की बेटी सरला से हुई।

दस दिसंबर को लोकेन्द्र दुल्हन लेकर घर आ गये। इसी रात को करीब 11 बजे के आसपास फोन से बात करने के बाद प्रधान घर से बाहर निकले। सीसीटीवी फुटेज में उन्हें देखा गया। उसके बाद से वह गायब थे। परिजन मैनपुरी,  शाहजहांपुर से लेकर तमाम रिश्तेदारी में खोज रहे थे।

बड़े भाई जोगेन्द्र की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया।  सीडीआर निकलवाई। तीसरे दिन दोपहर तक कुछ पता नहीं चला तो पुलिस ने घर पहुंचकर दुल्हन से भी बात की। कई नंबरों का सीडीआर निकलवाया।

परिजन और गांववाले प्रधान को खोज रहे थे। शनिवार शाम को घर से करीब दो किमी की दूरी पर बिहारीपुर गांव में एक खेत से प्रधान की लाश पेड़ से लटकी मिली। कुछ ही देर में शिनाख्त हुई तो हजारों की तादायत में लोग मौके पर उमड़ पड़े। इंस्पेक्टर बिरजाराम भी पीछे से फोर्स लेकर मौके पर पहुंच गये।

बिलसंडा में ऐसा पहली बार हुआ। शादी के बाद दूल्हा घर पहुंचा और पहली ही रात को गायब हो गया। फिर उसकी लाश मिली। हर कोई इस घटना से दुखी है। नई नवेली दुल्हन सरला अपनी किस्मत को कोस रही है। जिसे पति का साथ एक दिन को भी नहीं मिला। सारे सपने टूट गए।

मेंहदी छूटने से पहले सुहाग उजड़ गया। चंद घंटे की इस दुल्हन की जिंदगी को सोचकर शाहजहांपुर से पीलीभीत तक लोग ऊपर वाले के विधान को कोस रहे थे। जवान बेटे को खोकर पिता, मां, भाई और बहन सब बेसुध थे।

मुंह से सिर्फ ये निकल रहा था कि भगवान ये क्या किया ऐसा कौन करता है। मां जिसने बेटे के सिर पर सेहरा बांधा वो पेड़ पर लटकी लाश देख जमीन पर बेहोश पड़ी थीं।

प्रधान होने के कारण गांव से भी सैकड़ों लोग मौके पर जमा हो गए । लोकेन्द्र स्वभाव ऐसा था कि हरकोई उसका होकर रह जाता है। परिजनों के साथ साथ गांववाले भी रो रहे थे। वहीं पुलिस इस मामले में जांच पड़ताल में जुट गई है। 
  


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