आगरा में ब्लैक फंगस से एक महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर

टीम भारत दीप |

आगरा में तेजी से बढ़ रहा ब्लैक फंगस।
आगरा में तेजी से बढ़ रहा ब्लैक फंगस।

एसएनएमसी में अब तक 39 मरीज भर्ती हुए हैं, जिनके उपचार के लिए इंजेक्शन उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। इधर, ब्लैक फंगस से पीड़ित एक महिला मरीज की शुक्रवार को मौत हो गई, छह मरीजों की हालत गंभीर है।

आगरा। ब्लैक फंगस अब धीरे-धीरे खतरनाक होता जा रहा है। जहां इस बीमारी के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रहीं हैं, वहीं इससे मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है।

आगरा के एसएन मेडिकल कालेज में ब्लैक फंगस अब तक 39 मरीजों को भर्ती करके ​इलाज किया जा रहा है। शुक्रवार को म्यूकरमाइकोसिस के चार मरीजों की आंखें बचाने के लिए ट्रैम सर्जरी की गई।

मरीजों की आंख में एंटी फंगल इंजेक्शन लगाए गए हैं, इसके बाद तीन मरीजों के दूरबीन विधि से आंख का आपरेशन किया गया, एसएनएमसी में अब तक 39 मरीज भर्ती हुए हैं, जिनके उपचार के लिए इंजेक्शन उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। इधर, ब्लैक फंगस से पीड़ित एक महिला मरीज की शुक्रवार को मौत हो गई, छह मरीजों की हालत गंभीर है।

सर्जरी के बाद हालत स्थिर

मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विभागाध्यक्ष डॉ. हिमांशु यादव ने बताया कि, ब्लैक फंगस के चार मरीजों की आंखों में एंटी फंगल इंजेक्शन ट्रैम सर्जरी लगाए गए, जिससे इन मरीजों की आंख बच सकेंगी, ट्रैम सर्जरी के बाद सभी मरीजों की हालत में सुधार दिख रहा है।

नोडल अधिकारी एंव ईएनटी सर्जन डॉ. अखिल प्रताप सिंह ने बताया कि, तीन मरीजों के दूरबीन विधि से नाक के रास्ते साइनस से ब्लैक फंगस निकाला है, अभी तक एसएनएमसी भर्ती हुए 18 मरीजों की सर्जरी हो चुकी है, यहां पर सर्जरी के बाद 15 मरीज ठीक हुए हैं।

एसएनएमसी में हर दिन ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, अब तक ब्लैक फंगस के 39 मरीज भर्ती हुए हैं।

6 मरीजों की हालत गंभीर

नोडल अधिकारी एंव ईएनटी सर्जन डॉ. अखिल प्रताप सिंह ने बताया कि, एसएनएमसी में भर्ती तीन मरीजों के दिमाग में ब्लैक फंगस पहुंच चुका है। छह मरीजों की हालत गंभीर है, जिनमें तीन मरीज आक्सीजन सपोर्ट पर हैं, एंटी फंगल इंजेक्शन और दवाओं की भारी कमी बनी हुई है।

इससे इलाज में समस्या आ रही है। आगरा निवासी एक महिला मरीज की शुक्रवार को मौत हो गई। कोरोना नेगेटिव होने के बाद महिला ब्लैक फंगस से पीड़ित हुई थीं। अभी महिला मरीज आक्सीजन सपोर्ट पर थी।

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एसएनएमसी में चिकित्सक यहां भर्ती होने वाले ब्लैक फंगस के मरीजों को बचाने में लगे हुए हैं। एंटी फंगल दवाओं और इंजेक्शन का टोटा है। फिर भी सर्जरी से मरीजों की जान बचाने के हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

इसका ही नतीजा है कि, अभी तक 18 मरीजों सर्जरी की गई, जिनमें से 15 मरीज धीरे-धीरे स्वस्थ हो रहे हैं। सरकार स्थिति सुधारने के लिए लाख प्रयास कर रही,लेकिन हालात दिन-प्रतिदिन बिगड़ता जा रहा है। जहां संसाधनों की कमी हैं, वहीं कालाबाजारी की वजह से से हालात और खराब होते जा रहे है। 

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