आंधी के बाद गिरी आसमानी बिजली से गोरखपुर में हुआ ब्लैकआउट, आक्सीजन प्लांट बंद होने से हाहाकार
रात तकरीबन तीन बजे से बिजली गुल होने के कारण दोनों प्लांट पूरी तरह बंद हो गए हैं। इससे शहर में आक्सीजन के लिए हाहाकार मचना शुरू हो गया है। निजी अस्पतालों में आक्सीजन का बैकअप खत्म हो रहा है। आक्सीजन खत्म होने से कोरोना संक्रमितों की सांसे उखड़ने का डर सता रहा है।
गोरखपुर। मौसम के बदले मिजाज के कारण बुधवार देर रात आई आंधी से गोरखपुर में ब्लैक आउट हो गया। गोरखपुर के बरहुआ के 132 केवी पारेषण उपकेंद्र पर रात 2:30 बजे बिजली गिरने से 33 केवी का सिस्टम क्षतिग्रस्त हो गया।
इस कारण गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण गीडा के कई इलाकों में रात से बिजली नहीं है। इसमें आक्सीजन बनाने वाले दो प्लांट भी शामिल हैं। बिजली के अभाव में दोनों बंद पड़े है। मालूम हो कि रात तकरीबन तीन बजे से बिजली गुल होने के कारण दोनों प्लांट पूरी तरह बंद हो गए हैं।
इससे शहर में आक्सीजन के लिए हाहाकार मचना शुरू हो गया है। निजी अस्पतालों में आक्सीजन का बैकअप खत्म हो रहा है। आक्सीजन खत्म होने से कोरोना संक्रमितों की सांसे उखड़ने का डर सता रहा है। मालूम हो कि कोरोना संक्रमितों को आक्सीजन की सबसे ज्यादा जरूरत हो रही है।
इस कारण अस्पताल संचालक और मरीजोंं के परिजन डरे हुए हैं। बिजली निगम के अफसरों के साथ ही सिटी मजिस्ट्रेट भी गीडा पहुंच गए हैं। अफसर अब जेनरेटर की व्यवस्था करने में जुटे हैं।
बिजली उपकेंद्र पर गिरी बिजली
रात में तेज आंधी के बीच बिजली निगम के अफसरों ने शहर से लगे ग्रामीण इलाकों की आपूर्ति बंद करा दी थी। गीडा के एसडीओ ने बताया कि रात 2:30 बजे उपकेंद्र पर बिजली गिरी। लगातार तकरीबन 10 मिनट तक बिजली गिरने का सिलसिला जारी रहा। बिजली गिरनी बंद हुई तो उपकेंद्र को शुरू करने का प्रयास किया गया लेकिन सफलता नहीं मिली। जांच में पता चला कि 33 केवी का सिस्टम क्षतिग्रस्त हो गया है। जल्द से जल्द आपूर्ति शुरू करने की कोशिश चल रही है।
12 बजे तक बिजली आने की उम्मीद
गीडा में दोपहर 12 बजे तक बिजली आने की उम्मीद है। अफसरों का कहना है कि बिजली गिरने के कारण क्षतिग्रस्त सिस्टम को ठीक कराने में समय लगेगा। गीडा इलाके में वैकल्पिक लाइन न होने के कारण दिक्कत ज्यादा है।रात 2:30 बजे अचानक बिजली गिरनी शुरू हुई तो तेज धमाके होने लगे। लगातार बिजली गिरने से आसपास के गांवों में भगदड़ मच गई। कोई समझ ही नहीं पा रहा था कि क्या हो रहा है।
तेज आंधी के कारण शहर के कई इलाकों में हाइटेंशन लाइनों पर पेड़ की डालियां और होर्डिंग-बैनर लटक गए। इस कारण आंधी खत्म होने के बाद भी आपूर्ति नहीं शुरू हो सकी। सुबह तकरीबन पांच बजे कई इलाकों में आपूर्ति शुरू हाे सकी। अब भी कुछ इलाकों में रात से बिजली नहीं है।