बैंक ऑफ बड़ौदा में आने वाला है नया वर्क कल्चर, ब्रांच में आधा हो जाएगा स्टाफ
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बीओबी के चीफ एक्ग्जीक्यूटिव संजीव चड्ढा ने कहा कि यह संभव है कि अगले 5 साल तक बैंक ऑफ बड़ौदा में ब्रांच में केवल 50 प्रतिशत ही फुल टाइम स्टाफ रहे। बाकी स्टाफ घर से या घर-ब्रांच दोनों जगह से मैनेज करे।
बैंकिंग डेस्क। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा ने ब्रांच में काम करने वाले स्टाफ को आधा करने की तैयारी कर ली है। यानी आधा स्टाफ ही बैंक में रहेगा और बाकी लोग घर से या कुछ टाइम घर और कुछ टाइम बैंक में काम करेंगे। यह प्लानिंग फिलहाल अगले 4 से 5 साल के लिए है।
मंगलवार को इंडियन बैंक एसोसिएशन के एचआर काॅन्क्लेव में यह विचार रखते हुए बीओबी के चीफ एक्ग्जीक्यूटिव संजीव चड्ढा ने कहा कि यह संभव है कि अगले 5 साल तक बैंक ऑफ बड़ौदा में ब्रांच में केवल 50 प्रतिशत ही फुल टाइम स्टाफ रहे। बाकी स्टाफ घर से या घर-ब्रांच दोनों जगह से मैनेज करे।
चड्ढा ने कहा कि ब्रांच में करीब 80 प्रतिशत स्टाफ कार्य रहा है। जबकि जरूरी नहीं है कि सभी ग्राहक ब्रांच में आएं ही। ऐसे में हम स्टाफ को तीन कैटेगरी में डिवाइड करने जा रहे हैं। इसमें पहले वे लोग जो ब्रांच में काम करना चाहते हैं। दूसरे वे जो घर काम करना चाहते हैं और तीसरे वे जो हाइब्रिड यानी बैंक और घर दोनों जगह काम करेंगे।
उनका कहना है कि ऐसे में बैंक के पास ऐसा टैलेंट भी आएगा जो पहले नहीं मिला। कुछ लोग जो रिटायर हो चुके हैं और फिर भी बैंक को अपना समय दे सकते हैं तो वे भी हमें मिलेंगे। इसके अलावा ऐसे लोग जो कुछ ही घंटे देना चाहते हैं, वे भी बैंक से जुड़ सकेंगे।
उन्होंने बताया कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने हाल ही में घोषणा की थी कि कोविड19 के कारण आए व्यवधान को हम बैंक में नए परिवर्तन के रूप में लेंगे। इसमें वर्क कल्चर से लेकर, स्टाफ के प्रोफाइल में बदलाव, ग्राहक संपर्क और नए टारगेट अचीव करना शामिल रहेगा।
बैंक ऑफ बड़ौदा अपने इस विचार को अमल में लाने के लिए जल्द ही एक कंसल्टेंट की नियुक्ति करने वाला है, जिसकी मदद से वर्कफ्राॅम होम कल्चर को अमलीजामा पहनाया जाएगा। लाॅकडाउन के दौरान भी कई बैंकों ने रिमोट एरिया में इसी तरह काम किया था लेकिन कई इससे बचती रहीं क्योंकि उन्हें डाटा चोरी और फ्राॅड का डर था।
अब जबकि वर्क फ्राॅम होम की शुरूआत होनी है तो इस पर पूरी तरह विचार कर सभी पहलुओं को देखा जाएगा और उसी के आधार पर प्लानिंग की जाएगी।