उन्नाव: किशोरियों की मौत से उबाल, नेताओं के निशाने पर सरकार, गांव में फोर्स तैनात
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कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा, उन्नाव की घटना दिल दहला देने वाली है। लड़कियों के परिवार की बात सुनना एवं तीसरी बच्ची को तुरंत अच्छा इलाज मिलना जांच , पड़ताल एवं न्याय की प्रक्रिया के लिए बेहद जरूरी है। खबरों के अनुसार पीड़ित परिवार को नजरबंद कर दिया गया है।
उन्नाव । उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में तीन दलित किशोरियों से हुई अनहोनी से लोगों में काफी गुस्सा है। जहां विभिन्न दलों के नेता कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैैं, वहीं क्षेत्र में कानून व्यवस्था नहीं बिगड़े इसलिए गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। वहीं जिंदगी और मौत से जूझ रही किशोरी को इलाज के लिए दिल्ली ले जाने की मांग तेज हो गई है।
मालूम हो कि उन्नाव में बुधवार को तीन किशोरियों को खेत में मूर्छित अवस्था में परिजन उठाकर लाए थे। अस्पताल ले जाने पर डाॅक्टरों ने दो का मृत घोषित कर दिया था। तीसरी किशोरी का इलाज चल रहा है। पुलिस की जांच किशोरियों के जहर खाने या खिलाए जाने तक ही सीमित है। पुलिस की शक की सुई गैरों के साथ ही किशोरियों के अपनों पर भी घूम रही है।
लड़की को दिल्ली एयरलिफ्ट करने की मांग
यूपी के उन्नाव जिले में दो लड़कियों की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बुआ-भतीजी के शव व चचेरी बहन के गंभीर हालत में मिलने से हर कोई हतप्रभ है। दो लड़कियों की मौत हो चुकी है जबकि तीसरी लड़की अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही है।
विपक्ष इस मामले में लड़की को दिल्ली एयरलिफ्ट करने की मांग कर रहा है। बबुरहा गांव छावनी में तब्दील हो गया है। जगह-जगह बैरियर लगा दिए गए हैं। मीडिया मृतकों के परिजनों से नहीं मिल पा रही है। परिजनों को पुलिस द्वारा उठाए जाने के विरोध में ग्रमीण धरने पर बैठ गए हैं।
भीम आर्मी के चंद्रशेखर ने किया ट्वीट
दलित किशोरियों के साथ हुई घटना के बाद भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट कर कहा. उन्नाव केस की एकमात्र गवाह बच्ची का बेहतर इलाज व उसकी सुरक्षा सबसे जरूरी है बच्ची को तत्काल एयर एंबुलेंस से एआईआईएमएस दिल्ली लाया जाए।
उत्तर प्रदेश सरकार का अपराधियों को संरक्षण व अपराधियों के मामले में सरकार की कार्यशैली को देश हाथरस कांड में देख चुका है। कहा कि सरकार जान ले उन्नाव में हम, हाथरस नहीं दोहराने देंगे।
उन्नाव की घटना दिल दहला देने वाली है: प्रियंका गांधी
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा, उन्नाव की घटना दिल दहला देने वाली है। लड़कियों के परिवार की बात सुनना एवं तीसरी बच्ची को तुरंत अच्छा इलाज मिलना जांच , पड़ताल एवं न्याय की प्रक्रिया के लिए बेहद जरूरी है।
खबरों के अनुसार पीड़ित परिवार को नजरबंद कर दिया गया है। यह न्याय के कार्य में बाधा डालने वाला काम है। आखिर परिवार को नजरबंद करके सरकार को क्या हासिल होगा। यूपी सरकार से निवेदन है कि परिवार की पूरी बात सुने एवं त्वरित प्रभाव से तीसरी बच्ची को इलाज के लिए दिल्ली शिफ्ट किया जाए।
स्वरा भास्कर का मुख्यमंत्री योगी पर बोला हमला
बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने ट्विट किया. और क्या होना बाक़ी है... उत्तर प्रदेश में और क्या होना है कि अजय बिष्ट की सरकार का इस्तीफ़ा माँगा जा सके, और राष्ट्रपति शासन लागू हो।
यूपी में बेटियां सुरक्षित नहींः सुभाषिनी अली
सीपीआई नेता सुभाषिनी अली ने इस घटना को लेकर यूपी सरकार पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि यूपी में रोज ऐसी घटनाएं हो रही हैं और यूपी सरकार सिर्फ अपने एजेंडे में लगी है। सरकार का इस प्रकार की घटनाओं पर कोई ध्यान नहीं है। प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह लचर हो चुकी। देखा जाए तो अब उत्तर प्रदेश बहू-बेटियों के लिए सुरक्षित नहीं रह गया है।
सपा ने उठाई सीबीआई जांच की मांग
पीड़िता के गांव में सपा के लोग धरने पर बैठे। सपाई घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहे हैं। सपाइयों ने पार्टी मुखिया अखिलेश यादव को पूरे घटनाक्रम से अवगत भी करा दिया है। सूचना आ रही है कि अखिलेश किसी भी वक्त पीड़ितों से मिलने पहुंच सकते हैं। इस सूचना के बाद गांव में पुलिस और सक्रिय हो गई है।
मृतका के पिता को पुलिस ने छोड़ा
सपा-बसपा नेताओं का धरना शुरू होने के बाद पुलिस ने एक मृतका के पिता को थाने से छोड़ दिया है। वह गांव वापस आ गए हैं, उन्होंने कहा कि पुलिस सिर्फ घटनाक्रम पूछताछ कर रही। धरने पर बैठे सपाइयों ने मृतका के भाई को भी छोड़ने का दबाव बनाया है। एएसपी विनोद पांडेय, एडीएम राकेश सिंह, एसड़ीएम राजेश चौरसिया, सीओ रमेशचंद्र प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
तीन डाॅक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम
मृतका दोनों किशोरियों के पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल में तीन डाॅक्टरों का पैनल गठित कर दिया गया है। पैनल में एक महिला डाॅक्टरए शुक्लागंज के प्रभारी चिकित्साधिकारी और जिला अस्पताल के डाॅक्टर को शामिल किया गया है। इस दौरान पोस्टमार्टम हाउस के मुख्य द्वार से लेकर बाहर तक भारी फोर्स तैनात है। किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं है। सीओ बीघापुर कृपाशंकर और सदर कोतवाली प्रभारी दिनेश चंद्र मिश्र बाहर मौजूद हैं। पोस्टमार्टम के बाद शवों के ले जाने के लिए मुख्य गेट पर एंबुलेंस भी तैयार करा दी गई है
खुलासे के लिए 6 टीमें गठित
उन्नाव एसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए पुलिस की 6 टीमें गठित की गई हैं। इसके अलावा स्वाट व सर्विलांस टीमें भी काम कर रही हैं। गंभीर किशोरी के बयान व पोस्टमार्टम रिपोर्ट खुलासे के लिए अहम हैं। दोनों का इंतजार किया जा रहा है। जल्द ही घटना से पर्दा उठाया जाएगा हालांकि प्रथम दृष्टया मामला जहर से मौत का प्रतीत हो रहा है।