ब्राह्मण सम्मेलन: मायावती बोलीं- बसपा सरकार में सुरक्षित रहा ब्राह्मणों का मान-सम्मान
मालूम हो कि मायावती ने इसी सम्मेलन के जरिए चुनावी शंखनाद कर दिया है। लखनऊ में आयोजित समापन सम्मेलन में सभी 75 जिलों के सम्मेलन कोऑर्डिनेटरों को उनकी टीम के साथ बुलाया गया है। ये सम्मेलन चरण वार सभी जिलों में आयोजित किए गए हैं।
लखनऊ। यूपी में विधान सभा चुनाव 2022 को लेकर की जा रही वोटरों को साधने की कोशिश में सभी दल लगे हुए है। इसी क्रम में बसपा ने दलित और ब्राह्मण के गठजोड़ को मजबूत करने के उद्देश्य से ब्राह्मण सम्मेलन पूरे प्रदेश भर में कराया।
इस सम्मेलन का आखिरी कार्यक्रम मंगलवार को राजधानी में हुआ। इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि बसपा के ब्राह्मण सम्मेलन को अपार सफलता मिली है। जो कि दिखाता है कि ब्राह्मण समाज भी मानता है कि उनका सम्मान बसपा सरकार में ही सुरक्षित है।
मायावती ने आगे कहा कि बसपा ने न तो कभी हवाहवाई वादे किए और न ही किसी समुदाय को प्रलोभन दिया है। हमने हमेशा ही सभी समुदायों के विकास व कल्याण के लिए काम किया है।
मालूम हो कि मायावती ने इसी सम्मेलन के जरिए चुनावी शंखनाद कर दिया है। लखनऊ में आयोजित समापन सम्मेलन में सभी 75 जिलों के सम्मेलन कोऑर्डिनेटरों को उनकी टीम के साथ बुलाया गया है। ये सम्मेलन चरण वार सभी जिलों में आयोजित किए गए हैं।
23 जुलाई से शुरू हुए इस चरण का 45 दिन बाद समापन हो रहा है। मायावती का सम्मेलन इसलिए भी अहम माना जा रहा है कि ब्राह्मण अचानक सभी दलों के केंद्र में आ गए हैं। इसकी शुरुआत बसपा के इन्हीं सम्मेलनों से हुई और उसके बाद दूसरे दलो ने भी इसकी शुरुआत की।
यही कारण है कि बसपा इसका पूरा चुनावी लाभ लेने की तैयारी कर रही है।वहीं ब्राह्मणें को अपने पक्ष में करने के लिए सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और भाजपा द्वारा भी कई तरह कार्यक्रम किए जा रहे है।
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