कैलेंडर पाॅलिटिक्सः प्रियंका का यह संदेश लेकर अब यूपी में घर-घर पहुंचेगी कांग्रेस
उत्तर प्रदेश में कई दशकों से बनवास झेल रही कांग्रेस यहां मिशन-22 की तैयारियों में जुट गई है। यूपी में अपनी जड़े मजबूत करने की कवायद में जुटी कांग्रेस इस बीच अब प्रियंका का संदेश लेकर घर-घर जाने की तैयारी कर रही है। दरअसल कांग्रेस महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी ने नए साल के अवसर पर दस लाख कैलेंडर छपवाए हैं।
लखनऊ। देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में कई दशकों से बनवास झेल रही कांग्रेस यहां मिशन-22 की तैयारियों में जुट गई है। यूपी में अपनी जड़े मजबूत करने की कवायद में जुटी कांग्रेस इस बीच अब प्रियंका का संदेश लेकर घर-घर जाने की तैयारी कर रही है। दरअसल कांग्रेस महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी ने नए साल के अवसर पर दस लाख कैलेंडर छपवाए हैं।
जिन्हें राज्य के विभिन्न शहरों और गांवों में बांटने की रणनीति है। बताया जा रहा है कि बारह पन्नों के इस कैलेंडर के हर पन्ने पर प्रियंका गांधी की बड़ी तस्वीरें हैं। नए साल के इन कैलेंडरों को हर गांव और शहरों के हर वार्ड तक वितरित करने का निर्देश पार्टी पदाधिकारियों को दिया गया है। इस कैलेंडर की तस्वीरों में प्रियंका गांधी एक्शन मोड में नजर आ रही हैं।
बताया गया कि पहले पन्ने पर सोनभद्र के उम्भा जनसंहार के बाद अपनी संवेदना व्यक्त करने पहुंची प्रियंका गांधी की तस्वीर आदिवासी महिलाओं के साथ छपी है।
वहीं हाथरस कांड के पीड़ित परिवार से मिलने से लेकर अलग-अलग मुद्दों पर संघर्ष और जनसम्पर्क करती हुई प्रियंका गांधी की तस्वीरें कैलेंडर पर पूरी तरह से छाई हुईं है। कैलेंडर को लेकर यूपी कांग्रेस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक फिलहाल संगठन को मजबूत बनाने के अभियान के तहत न्याय पंचायत के अध्यक्षों और ब्लाक कांग्रेस कमेटी के गठन का काम तेजी से चल रहा है।
कांग्रेस के पदाधिकारी तीन जनवरी से अपने प्रभार वाले जिलों में प्रवास पर हैं। सूत्रों का कहना है कि फरवरी के प्रथम सप्ताह में प्रियंका यूपी के दौरे का दौरा कर सकती हैं। वहीं ऐसी भी चला है कि इस साल अपना ज्यादातर वक्त प्रियंका गांधी यूपी में ही बिताएंगी। बता दे कि वर्ष 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव होने है।
इसको लेकर इस बार कांगे्रस पहले से ही संगठन को मजबूती देने के साथ ही यूपी में अपनी सियासी जमीन मजबूत करने की रणनीति पर काम कर रही है। प्रियंका गांधी के कैलेंडर के जरिए कांग्रेस घर-घर पहुंचने की अपनी रणनीति को अमली जामा पहनाने की तैयारी में है।
यह देखना दिलचस्प हो कि कैलेन्डर के सहारे कांग्रेस यूपी के घरों में कितनी पैठ बना पाती है। बरहाल कांग्रेस यहां चौथे नंबर की पार्टी है। यहाँ कई दशकों से बनवास झेल रही कांग्रेस इस बार के चुनाव में क्या कोई करिश्मा कर पाएगी या नहीं। यह तो अगले साल की शुरूआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद ही साफ हो पाएगा।