सावधान ! कोरोना वैक्सीन के नाम पर ठगी का खेल, आप भूलकर भी न करें ये गलतियां
अपडेट हुआ है:
कोरोना कहर के बीच अब ठगों ने कोविड वैक्सीन को ठगी का नया हथियार बनाया है। भोपाल में एक छात्र को वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर ठगी का शिकार बनाने का प्रयास किया गया। हालांकि छात्र की समझदारी से वह ठगी का शिकार होने से बच गया। उसने इसकी शिकायत साइबर सेल में की है।
भोपाल। लोगों को चूना लगाकर अपनी जेब भरने वाले ठग हर मौके की तलाश में रहते हैं। कोरोना महामारी के दौर में भी ऐसा देखने को मिला और अब कोरोना वैक्सीन के नाम पर भी ठगी का नया खेल शुरू हो गया है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ऐसा ही वाकया सामने आया है। यहां एक छात्र अपनी सूझ—बूझ के जरिए फेक हेल्थ अफसर के झांसे में आने से बच गया।
और उसने लोगों को भी इन ठगों से सावधान रहने की सलाह दी है। दरअसल कोरोना कहर के बीच अब ठगों ने कोविड वैक्सीन को ठगी का नया हथियार बनाया है। भोपाल में एक छात्र को वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर ठगी का शिकार बनाने का प्रयास किया गया। आरोपी ने छात्र को जल्दी रजिस्ट्रेशन नहीं कराने पर वैक्सीन खत्म होने का झांसा देते हुए ओटीपी नंबर मांगा था।
हालांकि छात्र की समझदारी से वह ठगी का शिकार होने से बच गया। उसने इसकी शिकायत साइबर सेल में की है। वहीं एएसपी रजत सकलेचा के मुताबिक शहर में रहने वाले एक छात्र को बुधवार को एक कॉल आया। कॉलर ने खुद को केंद्र सरकार के स्वास्थ्य विभाग का अधिकारी बताया। उसने कहा- भारत में कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए हैं।
इसी के संबंध में आपको कॉल किया गया है। रजिस्ट्रेशन फीस के 500 रुपए भरे जाने हैं। बाकी रुपए वैक्सीन लगाने के दौरान लिए जाएंगे। रजिस्ट्रेशन के लिए आपके मोबाइल पर ओटीपी नंबर आएगा। आपको उसे शेयर करना है। इसके बाद आपका रजिस्ट्रेशन हो जाएगा।
ऐसे चला असलियत का पता
बातचीत के दौरान छात्र ने कॉलर से कहा कि अभी तो वैक्सीन ही नहीं आई, तो रजिस्ट्रेशन कैसे किया जा रहा है ? उसने समझदारी दिखाई और फोन काट दिया। इसके बाद उसने शिकायत की। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। फिलवक्त आरोपियों का पता नहीं चल सका है।
ठग ऐसे बनाते हैं शिकार
एएसपी सकलेचा के अनुसार कोरोना वैक्सीन के लिए आए फोन कॉल को अटेंड करने से बचना चाहिए। उनके मुताबिक रजिस्ट्रेशन के नाम पर आप का आधार नंबर मांगा जाएगा। फिर कहेंगे कि आप के मोबाइल पर OTP आएगा, वो बताओ, रजिस्ट्रेशन हो जाएगा और वैक्सीन जल्द मिल जाएगी। OTP बताते ही ठग एकाउंट को हैक कर लेगा। यह भी बताया जाता है कि साइबर ठग किसी भी तरह ओटीपी नंबर हासिल करना चाहते हैं। इसके लिए एटीएम कार्ड से लेकर क्रेडिट कार्ड एक्सपायर होने, खाता सीज होने, ऑन ऑन लाइन पेमेंट एप बंद होने और खाते में रुपए ट्रांसफर करने के नाम पर लिंक को क्लिक करने तक का झांसा देते हैं। ऐसे में बहुत सावधान रहने की जरूरत है। किसी को भी एटीएम नंबर, खाता नंबर, पिन (पासवर्ड) और ओटीपी नंबर शेयर नहीं करना चाहिए।