मौसम में बदलाव: पश्चिमी यूपी के कई जिलों में बारिश ओले के बाद ठंड हुई विकराल
ओलावृष्टि से खेत में सरसों, मटर, आलू की फसल को भारी नुकसान पहुंचने की आशंका है। इसके अलावा खेत में खड़े गन्ने के ठंडे होने से रिकवरी में कमी आने की आशंका बन गई है।
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर और उसके आसपास के जिलों में तेज बारिश और ओले गिरने से मौसम में ठंड ने विकराल रूप ले लिया है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश के साथ इतने ओले गिरे की सड़कों पर सफेद पर्त जम गई। इस बारिश से खेत में खड़ी सरसों, मटर, आलू की फसल और गन्ने को भारी नुकसान हुआ है।
सिसौली और उसके आसपास के इलाकों में रात करीब 3 बजे से भारी बारिश और ओलावृष्टि शुरू हुई। इससे सिसौली के बाजारों की सड़कों पर ओले के ढेर लग जाने से सफेद चादर सी बिछ गई।
किसानों का कहना है कि ओलावृष्टि से खेत में सरसों, मटर, आलू की फसल को भारी नुकसान पहुंचने की आशंका है। इसके अलावा खेत में खड़े गन्ने के ठंडे होने से रिकवरी में कमी आने की आशंका बन गई है।
मौसम निदेशक जेपी गुप्ता का कहना है कि कोल्ड डे का यह सिलसिला लगातार बना नहीं रहेगा। शनिवार को इसमें कुछ कमी आएगी और फिर मौसम दिन में साफ भी होगा। केवल सुबह व रात में कोहरा छाएगा।
उन्होंने बताया कि पश्चिमी यूपी में शनिवार को बदली-बारिश का मौसम रहेगा। मौसम विभाग ने अगले चौबीस घंटों में पूर्वी यूपी में कहीं घना तो कहीं बहुत घना कोहरा छाए रहने की चेतावनी भी जारी की है।
मौसम विभाग के अनुसार आगामी 15 तक प्रदेश के कुछ हिस्सों में सुबह व रात में कहीं घना तो कहीं बहुत घना कोहरा छाया रहने के आसार हैं। शुक्रवार को लखनऊ सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में पूरे दिन धूप नहीं निकली।
कोल्ड डे के चलते लखनऊ सहित कई जिलों में शुक्रवार को दिन का तापमान सामान्य से कम रहा। शुक्रवार को प्रदेश में सबसे कम दिन का तापमान लखीमपुर खीरी में 17.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से 8 डिग्री सेल्सियस कम रहा।
लखनऊ और आसपास के क्षेत्र में शुक्रवार को दिन का तापमान 20.1 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि सामान्य से 5 डिग्री कम रहा। इसके अलावा हरदोई, कानपुर, गोरखपुर, वाराणसी, बलिया, बांदा, फतेहगढ़ आदि जिलों में भी दिन का तापमान सामान्य से कम रहा।