मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, कानपुर में प्रदेश का पहला जीका डेडीकेटेड हॉस्पिटल बनेगा
मुख्यमंत्री ने जीका की रोकथाम के लिए नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों को जोनों में बांटकर फॉगिंग करने और सर्विलांस बढ़ाने के सीएमओ डॉ. नैपाल सिंह को निर्देश दिए और चकेरी क्षेत्र में विस्तृत सैंपलिंग के लिए कहा। सोर्स रिडक्शन पर भी जोर दिया।
कानपुर।प्रदेश में सबसे ज्यादा जीका वायरस के संक्रमित मिलने के बाद बुधवार को मुख्यमंत्री योगी कानपुर में पहुंचे थे। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश का पहला जीका डेडीकेटेड सेंटर कानपुर में बनेगा।
मालूम हो कि मुख्यमंत्री बुधवार को केडीए सभागार में अधिकारियों के साथ जीका वायरस को लेकर समीक्षा बैठक में यह बात कही। सीएम ने कहा कि अलग जीका डेडीकेटेड हॉस्पिटल बनाएं, जिससे रोगियों को ढंग से उपचार मिले।
इसके साथ ही गर्भधारण आयु वर्ग की हर शादीशुदा महिला की स्क्रीनिंग कराने के लिए उन्होंने निर्देश दिए और कहा कि गर्भवती का हर महीने अल्ट्रासाउंड किया जाए। इस मौके पर विधायकों ने मुख्यमंत्री से फॉगिंग न होने की शिकायत भी की।
मुख्यमंत्री ने जीका की रोकथाम के लिए नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों को जोनों में बांटकर फॉगिंग करने और सर्विलांस बढ़ाने के सीएमओ डॉ. नैपाल सिंह को निर्देश दिए और चकेरी क्षेत्र में विस्तृत सैंपलिंग के लिए कहा।
सोर्स रिडक्शन पर भी जोर दिया। इस मौके पर घाटमपुर विधायक उपेंद्र पासवान ने फॉगिंग न होने की शिकायत की और बिठूर विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने कहा कि दीपावली पर ही फॉगिंग और सफाई कराई गई।
बैठक में जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने बताया कि कॉलेज में जीका की जांच शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री ने उप प्राचार्य डॉ. रिचा गिरि से जीका और डेंगू में फर्क पूछा। उन्होंने कहा कि स्कूलों, कॉलेजों में एनजीओ के जरिये जीका से बचाव के लिए जागरुकता अभियान चलाया जाएं।
बैठक में डीएम विशाख जी. ने जीका की ताजा स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को अवगत कराया। इस मौके पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ. वीबी सिंह, कार्डियोलॉजी निदेशक डॉ. प्रोफेसर विनय कृष्णा भी मौजूद रहे।
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