यूपी में बाल यौन शोषण: 10 साल में 50 बच्चों से कुकर्म करने वाले को सीबीआई ने पकड़ा

टीम भारत दीप |

सीबीआई ने आरोपित को जिला न्यायालय में पेश किया।
सीबीआई ने आरोपित को जिला न्यायालय में पेश किया।

सीबीआइ टीम ने 50 से अधिक बच्चों के यौन शोषण के मामले में मुख्य आरोपित उत्तर प्रदेश सिंचाईं विभाग के एक जूनियर इंजीनियर जो चित्रकूट निवासी रामभवन को गिरफ्तार किया है। आरोपी इस समय चित्रकूट में तैनात है जिसे सीबीआइ ने मंगलवार को जिला न्यायालय में पेश किया है।

चित्रकूट।प्रदेश में बाल यौन शोषण का एक नया मामला सामने आया है। इस मामले के खुलासे के बाद सबके होश उड़ गए।

सीबीआइ टीम ने 50 से अधिक बच्चों के यौन शोषण के मामले में मुख्य आरोपित उत्तर प्रदेश सिंचाईं विभाग के एक जूनियर इंजीनियर जो चित्रकूट निवासी रामभवन को गिरफ्तार किया है। आरोपी इस समय चित्रकूट में तैनात है जिसे सीबीआइ ने मंगलवार को जिला न्यायालय में पेश किया है। 

सीबीआई प्रवक्ता आरके गौड़ के बताया कि आरोपी के खिलाफ उत्तर प्रदेश के जिला चित्रकूट समेत बांदा और आसपास के जिलों में बच्चों के यौन शोषण का आरोप है।

सीबीआई ने यूपी के सिंचाई विभाग के एक जूनियर इंजीनियर को कथित तौर पर करीब 50 बच्चों जिनकी उम्र पांच से 16 वर्ष तक बताई जा रही है के यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया है।

सिंचाईं विभाग के इस जूनियर इंजीनियर पर करीब दस वर्ष से इस कृत्य को करने का गंभीर आरोप है। सीबीआइ की टीमों ने चित्रकूट में जूनियर इंजीनियर तथा उसके साथियों के आवास की तलाशी ली गई।

करीब आठ लाख रुपया नकद, 12 मोबाइल फोन, लैपटॉप, वेब-कैमरा और अन्य इलेक्ट्रॉनिक स्टोरेज डिवाइस जिनमें पेन ड्राइव, मेमोरी कार्ड और कई यौन टॉय मिला है। आरोपितों ने कथित तौर पर पांच से 16 वर्ष की उम्र के बच्चों को लुभाने के लिए आवास पर मिले इलेक्ट्रॉनिक सामानों और गैजेट्स का इस्तेमाल किया। 

चित्रकूट में तैनात सिंचाई विभाग का यह जूनियर इंजीनियर अपने विभाग के काम से अलग होकर कथित तौर पर ऑनलाइन वीडियो और फोटोग्राफ की बिक्री भी करता था।

इनपुट मिलने के बाद सीबीआई की टीम तहकीकात में लग गई। सीबीआई ने जांच में मामला पकड़ में आने के बाद इसको अपनी गिरफ्त में लिया है। इस आरोपी तथा अन्य के खिलाफ चित्रकूट में मामला दर्ज किया गया था।

आरोप है कि जूनियर इंजीनियर बांदा, चित्रकूट और आसपास के जिलों में बच्चों के यौन शोषण में शामिल था। आरोपितों ने बच्चों के शारीरिक शोषण के अलावा कथित तौर पर बच्चों के मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग अपने कृत्यों में किया है।

बाल यौन शोषण सामग्री वाली इन तस्वीरों और वीडियो फिल्मों को आरोपितों ने इंटरनेट पर बेचता था।आरोपित के ईमेल की जांच से पता चला है कि वह बाल यौन शोषण सामग्री साझा करने के उद्देश्य से कथित तौर पर कई व्यक्तियों ( भारतीय और विदेशी नागरिकों) के साथ लगातार संपर्क में था।

इसके लिए उसने इंटरनेट पर सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म और वेबसाइटों का उपयोग करते हुए डार्कनेट इत्यादि के माध्यम से कथित तौर पर बाल यौन उत्पीड़न सामग्री को बनाया और बेचा। 

दिल्ली से आई सीबीआई टीम 3 नवंबर मंगलवार को जेई रामभवन और उसके ड्राइवर अभय कुमार को एसडीएम कॉलोनी स्थित घर से ले गई थी। आरोपी जेई मूल रूप से बांदा के नरैनी कस्बे का रहने वाला है।

यह सिंचाई विभाग में चित्रकूट में 2010 से तैनात है। 2012 में कपसेठी गांव की युवती ने खुदकुशी की थी, जिस पर जेई और उसके चालक पर युवती के परिजन ने प्रताड़ित करने समेत कई आरोप लगाए थे।
 


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