मध्यप्रदेश उपचुनाव में हिंसा रोकने पुलिस चलाएगी मिर्ची बम और आंसू गैस के गोले
मध्य प्रदेश में तीन नवंबर को 28 सीटों पर उपचुनाव होने है। इनमें से सबसे ज्यादा ग्वालियर चंबल अंचल में सीटों पर वोटिंग होनी है। ऐसे में चुनाव आयोग के लिए सबसे महत्वपूर्ण है निष्पक्षा और शांतिपूर्ण मतदान करना।
भोपाल। मध्य प्रदेश में तीन नवंबर को 28 सीटों पर उपचुनाव होने है। इनमें से सबसे ज्यादा ग्वालियर चंबल अंचल में सीटों पर वोटिंग होनी है। ऐसे में चुनाव आयोग के लिए सबसे महत्वपूर्ण है निष्पक्षा और शांतिपूर्ण मतदान करना।
चंबल अपने खून खराबे बूथ कैप्चरिंग के लिए बदनाम है। ऐसे में भिंड के दो और मुरैना 5 सीटों पर मतदान के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखना चुनौती है। इसके लिए पुलिस प्रशासन ने अभियान चलाकर लाइसेंसी हथियारों को पहले चरण में थानों में जमा कराया।
इसके बाद अवैध रूप से जिले में आ रहे हथियारों की खेप को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसके बार संभावित हिंसा को रोकने के लिए पुलिस ने विशेष कार्ययोजना तैयार की है।
पहली बार पुलिस उपद्रवियों पर अंकुश लगाने के लिए दंगा निरोधी हथियारों का उपयोग करेगी। उपद्रव करने वालों पर पुलिस न सिर्फ मिर्ची बम फोड़ेगी। बल्कि स्टन गन से बिजली का करंट भी दिया जाएगा। पुलिस काे इसकी ट्रेनिंग दी जा रही है।
आमतौर पर मतदान के दौरान पांच प्रतिशत पोलिंग बूथ पर वेबकास्टिंग कराई जाती है। इस उपचुनाव में सात सीटों पर 15 प्रतिशत बूथ पर वेबकास्टिंग कराई जाएगी। इनमें भिंड जिले की मेहगांव और गाेहद व मुरैना जिले की मुरैना, दिमनी, सुमावली, अंबाह और जाैरा सीट शामिल हैं।
मेहगांव-गोहद में सभी लाइसेंसी हथियार थानों में जमा करा लिए हैं। लाइसेंस धारकों से उनके राउंड मंगाकर उन पर क्यूआर कोड भी डाल दिए हैं। ताकि फायरिंग होने पर खाली खोखा मिलते ही पुलिस संबंधित को पकड़ सके।अधिकारी मतदान केंद्र के आसपास निवास करने रहने वाले महिला, पुरुष और बच्चों को विश्वास पर्ची दे रहे हैं। ताकि केंद्र पर कोई घटना घटे तो सूचना मिल जाए।