किंगमेकर बनने की चाहत रखने वाले चिराग, बन रहे अबूझ पहेली
बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए पूरे प्रदेश में चुनावी गोटिया बिछ गई है। अभी हर कोई पार्टी अपने प्रत्याशी को जीताने के लिए मेहनत कर रहा हैं। पहले चरण को वोटिंग 28 अक्तूबर को होनी है। सभी पार्टियां मतदाताओं को लुभाने के लिए तमाम तरह के वादे कर रही हैं।
पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए पूरे प्रदेश में चुनावी गोटिया बिछ गई है। अभी हर कोई पार्टी अपने प्रत्याशी को जीताने के लिए मेहनत कर रहा हैं।
पहले चरण को वोटिंग 28 अक्तूबर को होनी है।सभी पार्टियां मतदाताओं को लुभाने के लिए तमाम तरह के वादे कर रही हैं। इन सब के बीच बिहार के दिग्गज नेता रहे रामविलास पासवान के पुत्र चिराग के पासे हर किसी को हैरान करने वाले है।
केंद्र में तो वह एनडीए का साथ निभा रहे है,लेकिन बिहार में एनडीए के सीएम पद के दावेदार नीतिश कुमार को हर सभा में निशाने पर ले रहे है। जबकि एनडीए का पूरा कुनबा नीतीश को सीएम बनाने के लिए जोर लगा रहा है।
चिराग पासवान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहार के लिए खतरनाक बता रहे है। उनके द्वारा गए कार्यों की सत्ता परिर्वतन के बाद जांच कराने की बात कहते फिर रहे है। अभी तक चिराग पासवान बिहार की राजनीति में कोई दमखम नहीं दिखा पाए है।
इस चुनाव में जिस तरह से वह मुख्यमंत्री के खिलाफ आक्रामक रूप अख्तियार कर रहे हैं उससे कहीं न कही कुछ नया होने की उम्मीद है।क्या चिराग भी अपने पिता की तरह चुनाव पूर्व होने वाले बदलाव को भांप गए है।
वह बीजेपी उम्मीदवारों का तो समर्थन कर रहे है। एनडीए के प्रमुख दल जदयू के प्रत्याशियों को हराने के लिए हुकार भर रहे है। चिराग इस समय राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं से ज्यादा सीएम के प्रति आक्रामक है, जबकि उनका व्यवहार भाजपा और राष्ट्रीय जनता दल के प्रति नरम है।ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि चिराग कैसे पांसे फेंक रहे है।
खुद को किंगमेकर बनने का ख्वाब दे रहे चिराग कितना सफल होंगे यह तो चुनाव परिणाम के बाद ही तय होगा। फिल्मी डायलाग बोलने वाले चिराग हवा—हवाई साबित होंगे या बिहार में एक विकल्प बनेंगे।