चित्रकूट जेल शूटआउट: पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने उठाए ये सवाल, न्यायिक जांच की मांग
अमिताभ ठाकुर ने इसके लिए गैंगस्टर अंशु दीक्षित एक पुराने वीडियो को आधार बनाया है। मिली जानकारी के मुताबिक सूबे के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को भेजे अपने पत्र में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने कहा कि अंशु दीक्षित ने अन्य बातों के अलावा यह भी कहा था कि जेल प्रशासन व आईजी एसटीएफ अमिताभ यश उनकी हत्या की साजिश रच रहे थे। बताया गया कि उसके द्वारा कहा गया था कि जेल में अलार्म बजा कर उसके व उसके साथियों की हत्या की जा सकती है।
लखनऊ। यूपी के चित्रकूट जेल में शुक्रवार को हुए शूटआउट को लेकर अब सवाल गहराने लगे है। इस घटना के बाद अब तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं। इस बीच पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर और उनकी सोशल एक्टिविस्ट पत्नी डॉक्टर नूतन ठाकुर ने इस शूटआउट के न्यायिक जांच की मांग उठाई है।
बताया गया कि अमिताभ ठाकुर ने इसके लिए गैंगस्टर अंशु दीक्षित एक पुराने वीडियो को आधार बनाया है। मिली जानकारी के मुताबिक सूबे के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को भेजे अपने पत्र में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने कहा कि अंशु दीक्षित ने अन्य बातों के अलावा यह भी कहा था कि जेल प्रशासन व आईजी एसटीएफ अमिताभ यश उनकी हत्या की साजिश रच रहे थे।
बताया गया कि उसके द्वारा कहा गया था कि जेल में अलार्म बजा कर उसके व उसके साथियों की हत्या की जा सकती है। पत्र में कहा गया कि उसके द्वारा कहा गया था कि यदि उसकी हत्या होती है तो इसका सीधा आरोप आईजी एसटीएफ अमिताभ यश व जेल प्रशासन के अधिकारियों पर लगाया जाए।
अमिताभ व नूतन के मुताबिक आज चित्रकूट जेल में घटित घटना अंशु दीक्षित द्वारा लगाये गए पूर्वानुमान से काफी मिलता है। बताया गया कि ये सभी पूर्वानुमान इस घटना को अत्यंत संदिग्ध बना देते है। एक कार्यरत हाई कोर्ट जज द्वारा इस विडियो सहित इस पूरी घटना की स्वतंत्र न्यायिक जांच कराए जाने की उन्होंने मांग उठाई है।
गौरतलब है कि यूपी के चित्रकूट जेल में शुक्रवार को कैदियों के बीच जमकर गोलियां बरसी। इसमें वेस्ट UP के गैंगस्टर अंशु दीक्षित ने मुख्तार अंसारी के खास गुर्गे मेराज और बदमाश मुकीम काला की गोली मारकर हत्या कर दी। बताया गया कि मेराज बनारस जेल से यहां भेजा गया था। वहीं मुकीम काला सहारनपुर जेल से यहां लाया गया था।
बताया गया कि पुलिस ने अंशु दीक्षित को सरेंडर करने के लिए कहा मगर वह लगातार फायरिंग करता रहा। बाद में पुलिस की जवाबी कार्रवाई में अंशु भी मार दिया गया। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने चित्रकूट जेल में हुए शूटआउट के मामले में डीजी जेल से रिपोर्ट मांगी है।
उधर सीएम योगी ने अगले 6 घंटे में कमिश्नर डीके सिंह, डीआईजी के सत्यनारायण और एडीजी जेल संजीव त्रिपाठी मामले की जांच कर पूरी रिपोर्ट सौंपने को कहा है।